Bihar By-Elections 2024: बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. 'मिशन 2025' के लिए सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों गठबंधनों ने अपनी-अपनी तैयारी शुरू कर दी है. हालांकि, इससे पहले प्रदेश की 4 सीटों पर उपचुनाव होना है. इससे पहले रुपौली विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में नीतीश कुमार या तेजस्वी यादव दोनों को निराशा हाथ लगी थी. यहां एक निर्दलीय को जीत मिली थी. यही वजह है कि आगामी उपचुनाव को सेमीफाइनल कहा जा रहा है. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों ही गठबंधन इस उपचुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन करके 2025 के लिए मोमेंटम हासिल करने की कोशिश करेंगे. 


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एनडीए में सीट शेयरिंग का फार्मूला तैयार हो चुका है. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी को 2 सीटें, जेडीयू और हम (हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा) को एक-एक सीट देने पर सहमति बनी है. इसके साथ ही दलों के अंदर जिताऊ प्रत्याशी की तलाश भी तेज हो गई है. एनडीए के सभी दल एकजुटता के साथ चुनाव लड़ने की बात कह रहे हैं. सीएम नीतीश कुमार ने चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए अपनी रणनीति तैयार कर ली है. जेडीयू ने अपने दिग्गज नेताओ को अभी से फील्ड पर उतार दिया है, जो पार्टी के लिए माहौल बनाने का काम कर रहे हैं.


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बीजेपी भी ‘माइक्रो मैनेजमेंट’ के तहत हर छोटे से छोटे पहलू पर काम कर रही है. यह उपचुनाव बिहार बीजेपी और जेडीयू के लिए काफी अहम माना जा रहा है. हाल ही में दोनों पार्टियों के अंदर संगठन स्तर पर बड़ा बदलाव हुआ है. बिहार बीजेपी की कमान अब सम्राट चौधरी की जगह दिलीप जायसवाल के हाथों में है. तो वहीं संजय झा अब जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष की कुर्सी पर हैं. वहीं तेजस्वी यादव के सामने एक बार फिर से मौका है कि वह विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी बन जाए. हालांकि, राजद नेता तेजस्वी यादव का ध्यान उपचुनाव की जगह विधानसभा चुनाव 2025 पर है. वह जल्द ही पूरे प्रदेश में यात्रा निकालने वाले हैं. महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर अभी तक कोई बैठक नहीं हुई है.