पटना: बिहार विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव की पुस्तक विकास के प्रतिमान का रविवार को विधानसभा स्थित सभा कक्ष में लोकार्पण किया गया. प्रभात प्रकाशन की ओर से प्रकाशित इस किताब में बिहार में विकास की गति को तेजी देने को लेकर किए गए कार्यों के बारे में बताया गया है. इस मौके पर नंदकिशोर यादव ने कहा कि 2005 के पहले का बिहार और 2005 के बाद के बिहार की तस्वीर इस पुस्तक को पढ़ने के बाद स्पष्ट हो जाएगी. लोकार्पण के मौके पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिलीप जायसवाल,बिहार सरकार के मंत्री नितिन नवीन, मंत्री मंगल पांडे, पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव, बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह, विधानसभा के उपाध्यक्ष नरेंद्र नारायण यादव, पटना की मेयर सीता साहू समेत बड़ी संख्या में राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ता नेता और पदाधिकारी उपस्थित हुए.


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नंदकिशोर यादव ने कहा की पुस्तक को पढ़ने से पहले के बिहार और आज के बिहार में अंतर महसूस होगा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें खुली छूट दी जब वह पथ निर्माण विभाग के मंत्री थे और कहा कि जो भी बाधक हो उसे हटाते हुए राज्य के किसी भी कोने से पटना 6 घंटे में पहुंच जाए यह सुनिश्चित किया जाए और ऐसा हुआ. वहीं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि सतत विकास से क्या होता है यह इस पुस्तक को पढ़ने से स्पष्ट हो जाता है. बिहार के किसी भी कोने से पटना पहुंचने के समय सीमा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा पहले 6 घंटे तय किए गए थे लेकिन बाद में प्रतिमान में बदलाव लाकर 5 घंटा किया गया. आगे की सोच के प्रतिमान परिवर्तन विकास का हिस्सा होता है.


वहीं उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि किस तरह से वे पठन-पाठन और लेखन में अभिरुचि रखते हैं. सम्राट चौधरी ने कहा कि पहले उन्हें अपने घर से पटना आने में 10 घंटे लगते थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा पहले 6 घंटा का समय सीमा तय किया गया जिसे आगे 5 घंटा करके उसे हासिल भी कर लिया गया. मौजूदा बजट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह से चार बड़े एक्सप्रेस वे का प्रावधान रखा है इसके जरिए बिहार के किसी कोने से पटना आने में 4 घंटे की समय सीमा भी पूरी की जा सकती है और यही विकास है.


इनपुट- रजनीश


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