Bihar bridge collapse Video: हादसों का पुल करा रहा नीतीश कुमार की फजीहत, विपक्ष के भी आए निशाने पर
बिहार सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टोलरेंस के दावे की पोल खोलती गंगा नदी पर बनी अगुवानी पुल जिसका बड़ा हिस्सा भरभराकर गंगा नदी में समा गया.
Bihar bridge collapse Video: बिहार सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टोलरेंस के दावे की पोल खोलती गंगा नदी पर बनी अगुवानी पुल जिसका बड़ा हिस्सा भरभराकर गंगा नदी में समा गया. नीतीश के इस ड्रीम प्रोजेक्ट का बिहार में ये हाल है तो आप समझ सकते हैं कि अन्य विकास के कामों को लेकर किए जा रहे दावे कितने खोखले होंगे. इस हादसे के वक्त के वीडियो को देखकर आप बी खौफजदा हो जाएंगे. जब वीडियो में आपको दिखेगा कि गंगा में गिरते पुल के बाद गंगा के बीचोंबीच नाव पर सवार लोग अपनी जान की परवाह किए बिना कैसे वहां से पानी में छलांग लगाकर अपनी जान बचाने के लिए भाग रहे हैं.
इस पुल के साथ ये हादसा पहली बार नहीं हुआ है. चार साल पहले इस पुल का सीएम ने शिलान्यास किया था और इसके दो साल बाद ही इस निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा इसी तरह भरभराकर गिर गया था. इसके बाद पिछले साल यानी आज से ठीक एक साल पीछे आई आंधी में इस पुल का एक सेगमेंट टूट गया था. इस बार तो हद ही हो गई इस पुल के बीच का हिस्सा गंगा नदी के बीचोंबीच टूटकर गंगानदी में समा गया. वीडियो में आप साफ देख सकते हैं कि पुल का ऊपरी हिस्सा यानी इसका सुपर स्ट्रक्टर गंगा नदी में समा गया है. 1750 करोड़ रुपए की लागत से गंगा नदी पर भागलपुर और खगड़िया को जोड़नेवाले इस पुल का हाल देखकर आप भी सहम जाएंगे. बता दें कि यह पुल नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट है.
इसको लेकर अब विपक्ष की तरफ से नीतीश कुमार और उनकी सरकार को निशाना बनाया जा रहा है. इस हादसे की वजह से नीतीश की खूब फजीहत भी हो रही है. बता दें कि विपक्ष तो दूर इस हादसे को लेकर नीतीश की पार्टी के नेता भी सवाल उठा रहे हैं. जेडीयू के नेता इस पुल हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बता रहे हैं. जेडीयू नेता ललित मंडल की मानें तो उनलोगों को उम्मीद थी कि यह पुल नवंबर-दिसंबर में उद्घाटन के लिए तैयार हो जाएगा. उनकी मानें तो इस तरह का हादसा जांच का विषय है. उन्होंने दावा किया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
वहीं इस हादसे को लेकर बिहार में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि यह बिहार सरकार के भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस के दावे की पोल खोलता है. उन्होंने साफ कहा कि 2014 में जो पुल 600-700 करोड़ की लागत वाला था अब 1600 करोड़ की लागत तक पहुंच गया है. उन्होंने इस हादसे की न्यायिक जांच की मांग की और कहा कि बिहार की जनता इसके लिए सरकार को कभी माफ नहीं करेगी.
वहीं पुल हादसे के बाद नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए भाजपा नेता और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने लिखा कि बिहार के भागलपुर में अगुवानी-सुल्तानगंज पुल- सीएम नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट धराशायी. यह दूसरी बार है जब पुल गिरा है. भ्रष्टाचार के स्तर की कल्पना करो! करदाताओं के ₹1750 करोड़ के पैसे से पुल के साथ जल समाधि ले लेता है.
वहीं बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है. उन्होंने सीधे तौर पर नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है. अभी के समय में बिहार में केवल और केवल भ्रष्टाचार हो रहा है. गंगा पुल का यह हादसा उसी का प्रमाण है.
वहीं भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर ने भी नीतीश सरकार पर इस हादसे को लेकर करारा हमला बोला है उन्होंने साफ कहा कि ये बिहार सरकारी की नाकामी को दर्शाता है इस पुल के निर्माण में सिंगला कंपनी जमकर लूट मचाई है.