Mahagathbandhan Government: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले साल 9 अगस्त को ही बीजेपी से रिश्ता तोड़ा था और 10 अगस्त को महागठबंधन की सरकार की बिहार में नींव पड़ी. बिहार के महागठबंधन से देश के विपक्षी दलों को एक बड़ा मॉडल मिल गया है और पूरे देश के विपक्षी दल अब साथ आ गए हैं. बिहार की महागठबंधन सरकार के 1 साल पूरे हो गए हैं और इन 1 साल के विकास के लेखा-जोखा को लेकर पक्ष और विपक्ष आमने-सामने हैं. विपक्ष जहां सरकार की विफलताओं को एक-एक कर बताने का काम कर रहा है तो वही सत्ता पक्ष बिहार के विकास की नई गाथा लिखने का दावा कर रहा है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


महागठबंधन सरकार का बड़ा दावा 


— 1 साल में 1 लाख 70 हजार शिक्षकों की बड़ी बहाली की प्रक्रिया को कैबिनेट से मंजूरी
— पुलिस विभाग में 75 हजार बहाली की स्वीकृति मिल चुकी है.
— योजना विकास विभाग, साइंस टेक्नोलॉजी विभाग सहित कई विभागों में करीब 50,000 पदों पर बहाली प्रक्रियाधीन 
— स्वास्थ्य विभाग में 1 लाख 65 हजार की घोषणा 
— ग्रामीण विकास विभाग में 10,000
— राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में 10,000
— पंचायती राज विभाग में 1750 बहाली की घोषणा 
— पुलिस विभाग में 10,459
— जल संसाधन विभाग में 4325
— पशुपालन विभाग में 1006
— अल्पसंख्यक विभाग में 477
— शिक्षा विभाग में 183
— वन पर्यावरण विभाग में 530
— नगर विकास विभाग में 53
— साइंस एवं टेक्नोलॉजी विभाग में 31 लोगों को नियुक्ति पत्र 


ये भी पढ़ें- 


पिछले साल 10 अगस्त को ही नीतीश कुमार की अगुवाई में महागठबंधन की सरकार बनी और कांग्रेस, राजद, भाकपा माले, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा सहित कुल 6 दलों ने नई सरकार का गठन किया. जेडीयू के एमएलसी ख़ालिद अनवर ने पिछले 1 साल का लेखा-जोखा बताते हुए कहा कि बीजेपी की सरकार को बिहार से बेदखल कर देश में एक अलग नजीर हमने पेश की है. बीजेपी ने जनता को धोखा देने का काम किया लेकिन हम लोगों ने विकास की नई गाथा लिखी है.


कांग्रेस की ओर से प्रेमचंद्र मिश्रा ने मोदी सरकार पर जबरदस्त हमला बोलते हुए 10 अगस्त को याद करते हुए कहा कि अगस्त क्रांति ने देश को आज़ाद दिलाने में अहम योगदान दिया था. वही पिछले साल 10 अगस्त को बीजेपी सरकार को बिहार की सता से बेदख़ल किया है. मोदी सरकार बिहार के साथ हमेशा सौतेला व्यवहार करती रही है. इसलिए हम सभी विपक्ष एक साथ अब केंद्र को भी सत्ता से बाहर करेंगे.


राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने महागठबंधन सरकार की उपलब्धियां बताते हुए कहा कि 10 अगस्त 2022 को बिहार में नीतीश तेजस्वी की सरकार बनी थी और 1 वर्षों में ही सरकार ने जो विजन दिखाया है, उससे बिहार की जनता के चेहरे पर खुशहाली लौटी है. यही सबसे बड़ी जीत है. पूरे देश में विपक्षी एकजुटता का संदेश इस बिहार से ही निकला. वह भी आज सफलता की मुकाम पर है.


दूसरी ओर, भाजपा नेता प्रेमरंजन पटेल ने कहा, इस 1 वर्षों में यह सरकार पूरी तरीके से नाकाम रही. हर मोर्चे पर विफल रही और विकास के काम ठप रहे. यह सरकार बस अपनी कुर्सी बचाने के जुगाड़ में रही. एक—दूसरे को कमजोर करने का एक—दूसरे पर हावी होना, यही केवल रह गया है. 


रिपोर्ट: शिवम