Bihar Politics: हार में शिक्षक भर्ती के लिए नई डोमिसाइल नीति पर बवाल जारी है. सरकार की ओर से लागू किए गए नए नियमों के विरोध में शिक्षक अभ्यर्थी सड़कों पर उतर चुके हैं. शिक्षक अभ्यर्थियों ने शनिवार (01 जुलाई) को पटना के सड़कों पर जब प्रदर्शन किया, तो उन पर लाठीजार्च की गई. इस दौरान कई प्रदर्शनकारियों को चोटें आईं. इस मामले में अब बीजेपी ने महागठबंधन सरकार पर हमला बोला है. बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि तेजस्वी यादव ने रोजगार देने का वादा किया था. अब बिहार के युवा सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं और लाठी खा रहे हैं. 


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जायसवाल ने कहा कि छात्रों को सड़कों पर छोड़कर तेजस्वी यादव खुद विदेश में छुट्टी मना रहे हैं. सीटीईटी, टीईटी अभ्यर्थी चौथी बार लाठीचार्ज का शिकार हुए हैं. जायसवाल ने कहा कि विगत 11 महीने में महागठबंधन की सरकार ने शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में 8 बार संशोधन किया है. बिहार के शिक्षा मंत्री सबसे अशिक्षित व्यक्ति माना जाए तो इसमें कोई गलत नहीं है, शिक्षा मंत्री का बयान बिहार के छात्रों में प्रतिभा की कमी बताना यह गलत है. उन्होंने कहा कि देश के किसी राज्य में पदाधिकारी अधिकारी के रूप में बिहारी कार्यरत है.


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संजय जयसवाल ने कहा शिक्षक भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हो इसलिए सरकार नियमावली में बदलाव कर रही है. बीपीएससी से भर्ती प्रक्रिया भी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को रोकने का प्रयास सरकार का है. उन्होंने कहा कि शिक्षकों के समर्थन में 13 जुलाई को बीजेपी का विधान सभा मार्च ऐतिहासिक मार्च होगा. बीजेपी नेता ने इस दौरान बिहार पुलिस के द्वारा शिक्षक अभ्यार्थियों को धमकी देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी लगातार छात्रों को धमकी दे रहे हैं. पुलिस पदाधिकारी का यह भाषा लोकतांत्रिक नहीं है.


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संजय जायसवाल ने नीतीश कुमार के अपने विधायक और सांसदों से मुलाकात पर तंज कसते हुए कहा नीतीश कुमार को अपनी जमीन खिसक गई है यह उन्हें समझ आ गया है. नीतीश कुमार को पता चल चुका है. उन्होंने इससे पहले कभी विधायकों और सांसदों के साथ बात नहीं की. उन्होंने अब नीतीश से हाथ मिलाने से इनकार किया. उन्होंने कहा कि बीजेपी का का स्टैंड है अब उन्हें अपने साथ नहीं लेना है. महागठबंधन में नीतीश कुमार को हटाकर तेजस्वी को मुख्यमंत्री ना बना दे इसलिए विधायक सांसदों से मिल रहे हैं नीतीश कुमार. नीतीश कुमार को छोड़कर महागठबंधन खिलाफ जो हमारे साथ आना चाहते हैं, हम उनका साथ ले सकते हैं. मगर नीतीश कुमार को अब कभी स्वीकार नहीं करेंगे. 


रिपोर्ट: निषेद