Demands NIA Investigation For Bihar Violence: बिहार में रामनवमी पर हुई हिंसा को लेकर राजनीति अभी भी जारी है. पुलिस पर अब एकतरफा कार्रवाई करने के आरोप लग रहे हैं. विश्व हिंदू परिषद ने इस मामले में राज्यपाल से भी मुलाकात की और इस मामले की जांच एएनआई से कराने की मांग की. राज्यपाल से मुलाकात के बाद VHP नेता रवींद्र नारायण सिंह ने कहा कि रामनवमी यात्रा के दौरान हिंदू भाईयों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा है. बिहार शरीफ और सासराम में सुनियोजित तरीके से दंगे किए गए. 


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मीडिया से बातचीत में उन्होंने इस हिंसा के पीछे पीएफआई का हाथ बताया. उन्होंने कहा कि पीएफआई से जुड़े रहे लोगों ने ही इन दंगों को अंजाम दिया है. उन्होंने कहा कि पीएफआई पर बैन लगाने से पहले पटना के फुलवारी शरीफ में टेरर मॉड्यूल सामने आया था जिसमें पीएफआई का हाथ था. 2047 तक मुस्लिम राष्ट्र बनाने की रणनीति पर काम हो रहा था. 


'बिहार हिंसा में PFI का हाथ'


उन्होंने कहा कि किसी संस्था पर बैन लगाने मात्र से उससे जुड़े लोग शांत नहीं बैठ जाएंगे. वह अभी भी सक्रिय हैं और आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं. वहीं हिंसा के बाद पुलिस कार्रवाई पर भी उन्होंने सवाल उठाए और इसे एकतरफा बताया. उन्होंने कहा कि एक विशेष समुदाय को खुश करने के लिए हिंदुओं को गिरफ्तार किया जा रहा है. बिहार सरकार एकतरफा कार्रवाई करा रही है. हम लोग अब चुप नहीं बैठेंगे. तुष्टिकरण नहीं होने देंगे. 


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राज्यपाल ने दिया जांच का आश्वासन


राज्यपाल से मुलाकात पर उन्होंने कहा कि हमने राज्यपाल को रिपोर्ट दी है और हाई लेवल जांच की मांग की है. राज्यपाल ने हमें आश्वासन दिया है कि रिपोर्ट पर विचार करेंगे और हाई लेवल जांच के लिए सिफारिश करेंगे. उधर पश्चिम बंगाल में भी VHP के एक प्रतिनिधि मंडल ने वहां के राज्यपाल सीवी आनंद बोस से मुलाकात की. उन्होंने भी ममता सरकार पर सवाल उठाए थे.