निर्वाचन आयोग से ममता बनर्जी, केसीआर और शरद पवार को बड़ा झटका लगा है. निर्वाचन आयोग ने 3 राष्ट्रीय पार्टियों और 2 क्षेत्रीय पार्टियों से दर्जा वापस लिया है.
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Lok Sabha Election 2024: देश में अगले साल यानी 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं. बीजेपी की ओर से एक बार फिर से पीएम मोदी ही कप्तान हैं. अभी तक आए ओपिनियन पोल्स के हिसाब से मोदी पर जनता का भरोसा अभी तक कायम हैं. हालांकि, एकजुट विपक्ष उन्हें कड़ी चुनौती दे सकता है. विपक्ष भी जानता है कि मोदी को हराने के लिए एकसाथ आना बहुत जरूरी है. लेकिन विपक्षी में एकजुटता कभी देखने को नहीं मिलती.
विपक्ष का हर खिलाड़ी खुद को कप्तानी करने के मूड में है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पश्चिम बंगाल से ममता बनर्जी, दिल्ली से अरविंद केजरीवाल, तेलंगाना से केसीआर और तमिलनाडु से एमके स्टालिन भी पीएम पद की रेस में हैं. वहीं कांग्रेस से राहुल गांधी को ही आगे किया जाएगा. इस रस्साकशी के बीच अरविंद कुमार को बड़ी सफलता हासिल हुई है. उनकी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल गया है.
ममता, केसीआर और पवार को झटका
वहीं, निर्वाचन आयोग से ममता बनर्जी, केसीआर और शरद पवार को बड़ा झटका लगा है. निर्वाचन आयोग ने 3 राष्ट्रीय पार्टियों और 2 क्षेत्रीय पार्टियों से दर्जा वापस लिया है. निर्वाचन आयोग ने शरद पवार की NCP, ममता बनर्जी की TMC और और लेफ्ट की CPI का राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा वापस ले लिया है. इसके अलावा केसीआर की भारत राष्ट्र समिति (BRS) से आंध्र प्रदेश में और राष्ट्रीय लोक दल (RLD) से यूपी में क्षेत्रीय दल का दर्जा वापस लिया है.
चिराग पासवान का कद बढ़ा
वहीं कुछ पार्टियों को अन्य राज्यों में भी क्षेत्रीय पार्टी का दर्जा मिल गया है. इनमें नागालैंड में बिहार के चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास), शरद पवार की NCP को क्षेत्रीय पार्टी का दर्जा मिला है. मेघालय में ममता की टीएमसी और वॉयस ऑफ द पीपल पार्टी को दर्जा मिल गया है. त्रिपुरा में टिपरा मोथा को मान्यता प्राप्त राज्य राजनीतिक दल के रूप में दर्जा दिया गया है.