`DSS का मतलब धीरेंद्र शास्त्री सेना...`, बागेश्वर महाराज के कार्यक्रम में पहुंचे युवाओं ने तेज प्रताप से जताई नाराजगी
धीरेंद्र शास्त्री को सुनने के लिए बड़ी संख्या में युवा भी पहुंच रहे हैं. इस कार्यक्रम में पहुंचे युवाओं ने तेज प्रताप के बयानों पर नाराजगी जताई है.
Dhirendra Shastri Katha: राजद के कड़े ऐतराज के बाद भी पटना में बागेश्वर धाम के महाराज यानी पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की हनुमत कथा शुरू हो चुकी है. राजद नेताओं की बयानबाजी के बीच धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम में हजारों की भीड़ पहुंच रही है. धीरेंद्र शास्त्री को सुनने के लिए बड़ी संख्या में युवा भी पहुंच रहे हैं. इस कार्यक्रम में पहुंचे युवाओं ने तेज प्रताप के बयानों पर नाराजगी जताई है. तेज प्रताप पर तंज कसते हुए युवाओं ने उनके संगठन डीएसएस को धीरेंद्र शास्त्री सेना बताया है. युवाओं ने कहा कि डीएसएस का मतलब धीरेंद्र शास्त्री सेना होता है.
एक युवा ने तेज प्रताप का नाम लिए बिना उन्हें 9वीं फेल बताया. उसने कहा कि संत का विरोध नहीं करना चाहिए. इससे उनकी मानसिकता दिखती है. उसने राजद को सिर्फ एक विशेष धर्म की राजनीति करने वाली पार्टी बताया. उसने कहा कि लालू यादव मजार पर चादर चढ़ाने गए थे लेकिन आजतक किसी मंदिर में नहीं गए. राजद की तरफ से हमेशा इफ्तार पार्टी का आयोजन किया जाता है और हिंदू धर्म के कारण हनुमत कथा का विरोध कर रहे हैं.
तेज प्रताप ने शुरू किया था विरोध
बता दें कि धीरेंद्र शास्त्री को रोकने के लिए तेज प्रताप ने तकरीबन 6 साल बाद अपने संगठन डीएसएस को एक्टिवेट कर दिया था. इस संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं को उन्होंने ट्रेनिंग देते हुए तस्वीरें भी शेयर की थीं. इतना ही नहीं उन्होंने धीरेंद्र शास्त्री का एयरपोर्ट पर ही घेराव करने की धमकी दी थी. जिसके बाद बीजेपी बागेश्वर महाराज के समर्थन में उतर गई थी. पटना एयरपोर्ट पर तेज प्रताप की सेना तो नहीं पहुंची थी लेकिन बीजेपी के कई सांसद जरूर पहुंचे थे. बीजेपी सांसद मनोज तिवारी उन्हें अपनी कार से गेस्ट हाउस तक लेकर आए थे. साथ में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह भी मौजूद थे.
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राजद नेताओं की धमकियों से नहीं डरे
राजद नेताओं की धमकियों से डरे बिना धीरेंद्र शास्त्री ने कथा के दौरान कहा कि भारत हिन्दू राष्ट्र बनेगा. कैसे बनेगा इसके लिए अर्जी लगा दी है. सबकी अर्जी स्वीकार होती है. मेरी भी जल्द स्वीकार होगी. उन्होंने कहा कि यहां जब तक राममय माहौल नहीं हो जाता तब तक मैं यहां आता जाता रहूंगा. बता दें कि पटना के नौबतपुर स्थित तरेत पाली मठ के प्रांगण में 13 मई से 17 मई तक धीरेंद्र शास्त्री की कथा शुरू हो गई है. इस दौरान वो यहां अपना दरबार भी लगाएंगे.