दीपांकर भट्टाचार्य ने केंद्र सरकार पर लगाए गंभीर आरोप, कहा-लोकतांत्रिक संस्थाओं को कर रही है नष्ट
भाकपा (माले) ने बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार पर लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने और साम्प्रदायिक उन्माद भड़का कर देश की सामाजिक समरसता और अखंडता को नष्ट करने का आरोप लगाया.
Patna: भाकपा (माले) ने बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार पर लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने और साम्प्रदायिक उन्माद भड़का कर देश की सामाजिक समरसता और अखंडता को नष्ट करने का आरोप लगाया.
केंद्र सरकार कर रही हैं लोकतांत्रिक संस्थाओं को नष्ट
पटना में आयोजित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी लेनिनवादी) की 11वीं कांग्रेस के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए पार्टी महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने आरोप लगाया, 'भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार देश की लोकतांत्रिक संस्थाओं को सुनियोजित ढंग से नष्ट कर रही है. केंद्र सरकार संघीय ढांचे को नष्ट करने का प्रयास कर रही है.'
उन्होंने आरोप लगाया, 'भाजपा के कुशासन ने देश को गहरे संकट में डाल दिया है. अब समय आ गया है कि फासीवादी ताकतों से मुकाबला किया जाए जो साम्प्रदायिक भावनाओं को भड़काकर देश की सामाजिक सद्भाव और अखंडता को बाधित करने की कोशिश कर रही हैं.'भट्टाचार्य ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा, 'भाजपा और आरएसएस के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. बीबीसी के खिलाफ आयकर विभाग की कार्रवाई इसका ताजा उदाहरण है, जिससे पता चलता है कि केंद्र सरकार सच की आवाज का गला घोंटने की कोशिश कर रही है.'
केंद्र पर लगाए ये गंभीर आरोप
उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर न्यायपालिका सहित राज्य सरकारों और अन्य संवैधानिक निकायों के अधिकारों को छीनने का आरोप लगाया. भाकपा (माले) नेता ने कहा, 'देश में निजीकरण, बुल्डोजर और बढ़ती बेरोजगारी के खिलाफ एकजुट लड़ाई की जरूरत है.'भाकपा (माले) की कांग्रेस के उद्घाटन सत्र में अन्य वाम दलों के नेताओं ने भी भाग लिया. इस अधिवेशन में नेपाल, श्रीलंका और बांग्लादेश जैसे पड़ोसी देशों के वामपंथी दलों के नेताओं ने भी भाग लिया. नेपाल के प्रमुख वामपंथी नेता ईश्वर पोखरेल ने भाकपा (माले) की कांग्रेस के उद्घाटन सत्र में भाग लिया.
इस अवसर पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के पोलित ब्यूरो के सदस्य मोहम्मद सलीम ने आरोप लगाया, 'देश एक महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहा है. सरकार आक्रामक रूप से हिंदुत्व के एजेंडे को आगे बढ़ा रही है. नरेंद्र मोदी नीत सरकार के नौ साल के शासन में देश ने साठगांठ के पूंजीवाद और प्राकृतिक संसाधनों की लूट को बढ़ावा दिया है.'बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन सरकार के घटक भाकपा (माले) ने 18 फरवरी को होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन के लिए अपने गठबंधन सहयोगियों के प्रदेश अध्यक्षों को आमंत्रित किया है. भाकपा माले के बिहार विधानसभा में 12 वर्तमान विधायक हैं.
(इनपुट: भाषा के साथ)