Crime News: हरियाणा के गुरुग्राम में कुछ लुटेरों रात के वक्त राहगीरों को लूटने का प्लान बनाया. प्लान के मुताबिक वो सामने से आ रही एक गाड़ी का बेसब्री से इंतेजार कर रहे थे. जैसी ही गाड़ी नजदीक पहुंची तो उन्होंने प्लान के मुताबिक टॉर्च मारकर गाड़ी रुकवाई और बंदूक भी तान दी लेकिन इसके बाद उन्हें उलटे पांव भागना पड़ गया.
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Gurugram Crime News: तीन हथियारबंद लोगों का गिरोह राहगीरों को निशाना बनाने के लिए रात के अंधेरे में घात लगाए बैठा था. मंगलावर को गुड़गांव के सेक्टर 72 मौजूद इस लुटेरे गैंग की उस समय शामत आ गई, जब उन्होंने सामने से आ रही एक SUV को लूटने का प्लान बनाया. गाड़ी जैसे इन लुटेरों के पास पहुंची तो इन्होंने ने इसे रोक लिया लेकिन गाड़ी रोकने के बाद सभी को होश उड़ गए, क्योंकि इसके बाद उन्हें सीधे सलाखों के पीछे जाना पड़ गया.
पुलिस के मुताबिक एसआई राज कपूर, हेड कांस्टेबल अनिल कुमार, कांस्टेबल हेमचंद्र और गोरी शंकर एक सरकारी गाड़ी बोलेरो में हीरो होंडा चौक के पास गश्त कर रहे थे. एसआई कपूर ने शिकायत में कहा,'हमें सूचना मिली थी कि कुछ लोग राहगीरों को रोककर उनसे लूटपाट करने की योजना बना रहे हैं. हमारी टीम तुरंत घटनास्थल की ओर रवाना हो गई.' गश्ती दल ने गिरोह को सतर्क करने से बचने के लिए अपनी बोलेरो से नीली और लाल बत्ती भी हटा दी थी.
जैसे ही कार घटनास्थल के पास पहुंची तो उनमें से एक ने बोलेरो के ड्राइवर पर टॉर्च की रोशनी डाली और उसे वहीं रुकने का इशारा किया. एसआई ने बताया,'जैसे ही हमारे कांस्टेबल ने गाड़ी रोकी, अपराधियों में से एक ने बंदूक तान दी और उसे गाड़ी से बाहर निकलने को कहा. इसके बाद मैंने गाड़ी के अंदर की लाइट जला दी. ASI कपूर के मुताबिक जैसे ही उन्होंने हमें पुलिस की वर्दी में देखा, आरोपी भागने की कोशिश करने लगे, लेकिन हमने उन्हें मौके से तुरंत पकड़ लिया.'
गुड़गांव सदर पुलिस स्टेशन में 3 आरोपियों (सलीम, मोसिम और जीतेंद्र) के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस का कहना है कि उन पर बीएनएस की धारा 312 (घातक हथियार से लैस होकर लूट या डकैती करने का प्रयास) और 313 (लुटेरों के गिरोह से जुड़े होने की सजा) और आर्म्स एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने तीनों के पास से एक डंडा, एक टॉर्च, एक देसी बंदूक और एक जिंदा कारतूस जब्त किया है.
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद पता चला कि मोसिम पर पलवल, गुड़गांव और राजस्थान में मारपीट, चोरी, धोखाधड़ी समेत शस्त्र अधिनियम के छह मामले दर्ज हैं. जबकि जितेंद्र शहर में एनडीपीएस (नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रोपिक पदार्थ) मामले में आरोपी है. क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर विश्व गौरव ने बताया कि मोसिम न्यायिक रिमांड में है, जबकि अन्य दो पुलिस रिमांड में हैं.