BJP Mahadharna in Sasaram: बिहार हिंसा में बीजेपी के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद की गिरफ्तारी को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. भगवा पार्टी ने नीतीश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी बुधवार (3 मई) को सासाराम में महाधरना पर बैठने वाली है. बीजेपी का यह महाधरना सुबह 11 बजे से शुरू होने वाला है. इस धरना में पार्टी के बड़े नेता रहेंगे. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


धरना से पहले ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चेतावनी दी है रोक दिखाएं. नीतीश कुमार को चैलेंज करते हुए सम्राट चौधरी ने कहा है कि सासाराम में 3 मई को धरने पर बैठेंगे तो 5 मई को बिहार शरीफ भी जाएंगे. सरकार में अगर हिम्मत है तो रोक कर दिखाएं. उन्होंने नीतीश सरकार के इशारे पर जवाहर प्रसाद को फंसाया जा रहा है. जवाहर प्रसाद ने हिंसा के तुरंत बाद एनआईए जांच की मांग की भी थी. 


जवाहर प्रसाद की गिरफ्तारी का विरोध


सम्राट चौधरी ने यह कहा है कि सासाराम में हिंसा के खिलाफ आवाज उठाने के कारण एक महीने बाद पुलिस ने जवाहर प्रसाद को गिरफ्तार किया है, इसका मतलब है कि नीतीश सरकार उन्हें झूठा फंसाने षड़यंत्र रच रही है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के कार्यक्रम को रद्द कराने के लिए ही हिंसा कराई गई. बता दें कि रामनवमी के दिन सासाराम में हिंसा हुई थी. उपद्रवियों ने रामनवमी के जुलूस पर पथराव किया था और आगजनी की थी. पुलिस ने 29 अप्रैल को जवाहर प्रसाद को गिरफ्तार किया था. उन पर लोगों को भड़काने का आरोप लगाया गया है. 


ये भी पढ़ें- Giriraj Singh: बिहार में बीजेपी से कौन होगा CM चेहरा? गिरिराज ने बताया नाम, योगी आदित्यनाथ से की तुलना


अमित शाह पर भी केस दर्ज


इसके अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर भी केस दर्ज कराया गया है. उन पर सांप्रदायिक तनाव फैलाने का आरोप लगाया गया है. हायाघाट विधानसभा सीट की कांग्रेस प्रभारी प्रतिभा सिंह ने दरभंगा के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष याचिका दायर की. याचिकाकर्ता ने शाह के इस कथित बयान पर आपत्ति जताई है कि यदि कांग्रेस ने कर्नाटक में अगली सरकार बनाई तो राज्य ‘दंगा ग्रस्त’ हो जाएगा. याचिकाकर्ता ने दावा किया है कि बयान ने सांप्रदायिक तनाव पैदा किया है.  इस मामले में 4 मई को सुनवाई होगी.