चंपई सोरेन ने राज्यपाल को लिखी चिट्ठी, कहा- `स्थिर सरकार देने में सक्षम हूं, 18 घंटे से...`
Champai Soren: झारखण्ड में जारी सियासी गहमागहमी के बीच जेएमएम के नेता चंपई सोरेन ने राज्यपाल को पत्र भेजा है. उन्होंने राज्यपाल से मिलने के लिए समय मांगा है.
रांची:Champai Soren: झारखंड में हेमंत सोरेन के इस्तीफे देने के बाद से ही राज्य में सीएम की कुर्सी खाली है. बता दें कि बुधवार (31 जनवरी) को चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया. जिसके बाद बुधवार को उन्होंने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था. हालांकि राज्यपाल ने अभी तक शपथग्रहण का समय नहीं दिया गया है. ऐसे में चंपई सोरेन ने राज्यपाल को एक चिट्ठी लिखी है. इसमें जेएमएम नेता ने राज्यपाल से कहा कि वो राज्य में स्थिर सरकार देने में सक्षम हैं. उन्होंने मांग की है कि जल्दी राज्य में नई सरकार के गठन को हरी झंडी दी जाए.
चंपई सोरेन ने अपने चिट्ठी लिखा, "सादर निवेदित करना है कि कल दिनांक 31 जनवरी 2024 को मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन द्वारा आपको इस्तीफा सौंपने एवं आपके द्वारा रात्रि 08.45 में इसे स्वीकार कर लेने के बाद ही मेरे नेतृत्व में आपके समक्ष उपस्थित पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमण्डल, जिसमें संयुक्त गठबंधन विधायक दल सह झारखण्ड मुक्ति मोर्चा विधायक दल के नेता के रूप में मैं तथा मेरे साथ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विधायक दल के नेता आलमगिर आलम, राजद के माननीय विधायक सत्यानन्द भोक्ता, सी.पी.आई (एम. एल.) के विधायक विनोद कुमार सिंह तथा झारखण्ड विकास मोर्चा (प्र०) के विधायक प्रदीप यादव शामिल थे. हम लोगों ने 47 विधायकों के समर्थन के दावे एवं 43 विधायकों के हस्ताक्षरयुक्त समर्थन पत्र आपको सादर समर्पित किया था, जो सरकार बनाने के बहुमत के आंकड़े से अधिक है. यहां यह भी उल्लेख करना उचित है कि मेरे साथ सभी 43 विधायक, जिनका हस्ताक्षर समर्थन पत्र में दर्ज है, वो राजभवन के लिए गए थे, लेकिन सभी गेट पर ही रूके रहे, उन्हें अंदर प्रवेश नहीं मिल पाया."
इसके साथ ही चंपई सोरेन ने कहा, "महोदय, वर्त्तमान में पिछले लगभग 18 घंटों से झारखंड में कोई सरकार अस्तित्व में नहीं है. जिसके लेकर राज्य में असमंजस की स्थिति बनी हुई है. हम सभी विधायक गण एवं राज्य की जनता संवैधानिक प्रमुख होने के नाते आपसे उम्मीद करते हैं कि आप शीघ्र ही एक लोकप्रिय सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त कर राज्य को भ्रम की स्थिति से बाहर निकालेंगे. महोदय, अतः आपसे सादर अनुरोध है कि मेरे दावे को स्वीकार करते हुए मुझे जल्द ही मुख्यमंत्री मनोनीत कर नयी सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त करने की कृपा की जाय. साथ ही साथ यह भी अनुरोध है कि सभी माननीय विधायकों के साथ आज मुझे राजभवन में मिलने का समय दिया जाय ताकि मैं अपने विधायकों के साथ मिल कर आपको आश्वस्त कर सकूं कि बहुमत मेरे साथ है, राज्य में स्थिर सरकार देने में मैं सक्षम हूं."
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