New Parliament building: पीएम नरेंद्र मोदी की तरफ से जल्द ही देश को नई संसद भवन का तोहफा मिलने वाला है. इधर पीएम के इस कार्यक्रम का अब सियासी विरोध होने लगा है. मामला अदालत भी पहुंचा है. विपक्षी दल इस बात को लेकर विरोध कर रहे हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी इस नई संसद भवन का उद्घाटन क्यों करेंगे. जबकि इसका उद्घाटन राष्ट्रपति के हाथों होना चाहिए था. लोकतंत्र की परंपराओं को खत्म करने की कोशिश का विपक्षी आरोप लगा रहे हैं.


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बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी के द्वारा नई संसद भवन के उद्घाटन से पहले ही 20 विपक्षी दलों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने से मना कर दिया है. इसको लेकर कई तरह के बेतुके तर्क भी विपक्षी दलों की तरफ से दिए जा रहे हैं. हालांकि आपको बता दें कि बिहार में लोजपा(रा) के नेता चिराग पासवान ने पीएम नरेंद्र मोदी को इस उद्घाटन कार्यक्रम के लिए बधाई और शुभकामनाएं देते हुए प्रदेश में उन दलों को तगड़ा झटका दिया है जो इस कार्यक्रम का सियासी विरोध कर रहे हैं.



प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा 28 मई को नई संसद भवन का उद्घाटन होना है. जिसको लेकर चिराग पासवान ने लिखा है कि देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री आदरणीय नरेंद्र मोदी जी के द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए मैं और मेरी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की ओर से हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. बता दें के पीएम के कार्यक्रम का विरोध कर रहे बिहार के विरोधी दलों को इससे भी ज्यादा बड़ा झटका उनके ट्वीट में लिखे गए शब्द देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री आदरणीय नरेंद्र मोदी से लगने वाला है.


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दरअसल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में दोनों तरफ के गठबंधन के लिए दलों को जोड़ने तोड़ने का काम शुरू हो गया है. ऐसे में बिहार में पासवान वोट पर अपनी मजबूत पकड़ रखनेवाले लोजपा(रामविलास) के नेता चिराग पासवान को अपने पाले में करने के लिए दोनों तरफ से जोर आजमाइश की जा रही है. चिराग पासवान को मिली सुरक्षा को भी इससे जोड़कर देखा जा रहा है. ऐसे में चिराग की तरफ से किया गया यह ट्वीट बिहार में भाजपा के विरोधी गठबंधन के लिए एक तरह से ना की तरफ इशारा कर रहा है.