Bihar News: I.N.D.I.A गठबंधन में बारीक गांठ अब मजूबत होती जा रही है. इतनी मजबूत की दलों में दूरियां बढ़ती दिखाई दे रही है. 24 सितबंर को बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष और जनता दल (यूनाइटेड) के नेता महेश्वर हजारी ने दावा किया कि पीएम उम्मीदवार के चेहरे के रूप में नीतीश कुमार से अधिक सक्षम कोई अन्य नेता नहीं है और विपक्षी I.N.D.I.A गुट के नेता ऐसा करेंगे. साथ ही गठबंधन के नेता भविष्य में इस पर एक घोषणा करें. वहीं, अब 25 सितंबर (सोमवार) को खबर आई कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हरियाणा के कैथल में होने वाले इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के कार्यक्रम से दूरी बना ली है. इसके बाद से पटना से लेकर दिल्ली तक सियासी टेंपरेचर बढ़ गया है.
 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


राजनीतिक हलचल तेज
दरअसल, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के कार्यक्रम में जाने के बजाय सीएम नीतीश कुमार पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती समारोह में जाने का फैसला किया है. इस कार्यक्रम का आयोजन पटना में किया जाएगा. वहीं, नीतीश कुमार के इस फैसले का एक अलग ही सियासी कयास लगाए जा रहे है. पटना में तो सियासी माहौल पूरी तरह से गर्म हो गया है. राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है.


 


नीतीश के कदम पर जेडीयू का बयान
बिहार के सीएम नीतीश कुमार के इस फैसले पर जेडीयू की तरफ से प्रतिक्रिया भी आ गई है. जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा, '' सीएम नीतीश कुमार पुरखों का सम्मान करते हैं. इसके कोई अलग सियासी मायने नहीं हैं.'' दरअसल, सबसे अहम बात ये है कि नीतीश कुमार 25 सितंबर यानी आज ही कैबिनेट की मीटिंग बुलाई है. हालांकि, बिहार में कैबिनेट की मीटिंग मंगलवार को होती है. नीतीश कुमार इससे पहले रविवार को जेडीयू कार्यालय गए थे. यहां नीतीश ने पार्टी के कार्यकर्ताओं से मुलाकात किया था. कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत करने के बाद वह सीधे राबड़ी देवी के आवास पर चले गए थे. इसके बाद सियासी हलचल और तेज हो गई.


​ये भी पढ़ें:Nitish Kumar Kundali: पीएम मोदी से कैसे बिगड़े संबंध? नीतीश कुमार की कुंडली से जानिए


नीतीश ने रैली से बनाई दूरी
बता दें कि हरियाणा के कैथल में 25 सितंबर को इंडियन नेशनल लोकदल एक रैली कर रही है. इस रैली में बिहार के सीएम नीतीश कुमार को शामिल होना था, लेकिन अब कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार इस रैली में शामिल नहीं होंगे. इनेलो के इस रैली में तेजस्वी यादव, फारूख अब्दुल्ला, उद्धव ठाकरे, अखिलेश यादव, सीताराम येचुरी, पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक के अलावा अन्य नेता शामिल हो सकते हैं. वहीं, नीतीश कुमार ने इससे दूरी बना ली है. 


पिछले साल रैली में शामिल थे नीतीश कुमार
इससे पहले पिछले साल 25 सितंबर को इनेलो ने चौधरी देवीलाल की जयंती पर फतेहाबाद में एक कार्यक्रम किया था. इस रैली में विपक्ष के कई नेता आए थे. उस वक्त खुद बिहार के सीएम नीतीश कुमार, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, शिवसेना के अरविंद सावंत, शिरोमणि अकाली दल के सुखबीर बादल और कम्युनिस्ट पार्टी के नेता सीताराम येचुरी पहुंचे थे. 


ये भी पढ़ें:Lalu Yadav: राजगीर में जू सफारी का मजा लेते नजर आए लालू यादव, दिखा पुराना वाला अंदाज