Bihar Political News: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज यानी सोमवार (27 नवंबर) को दरभंगा जाने वाले हैं. यहां वह दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भवनों की आधारशिला रखेंगे. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी उनके साथ इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे. मुख्यमंत्री के द्वारा दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के 2100 बेड के अस्पताल भवन और ढाई सौ नामांकन के शैक्षणिक भवन की योजना का शिलान्यास किया जाएगा. बता दें कि 2,742 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल को विकसित करने की योजना है.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


इसके अलावा 194 करोड़ से अधिक की लागत से 400 बेड के सर्जिकल ब्लॉक सहित विभिन्न परियोजना का उद्घाटन भी किया जाएगा. इस सर्जिकल बिल्डिंग में सर्जरी, ऑर्थो विभाग के साथ ही ग्राउंड फ्लोर पर आपातकालीन, प्रथम तल पर ओपीडी, तीसरे फ्लोर पर वार्ड व चौथे मंजिल पर ऑपरेशन थियेटर बनाया जा रहा है. नए सर्जिकल भवन के ग्राउंड फ्लोर पर वर्न, इमरजेंसी, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे जांच की सुविधा होगी.


ये भी पढ़ें- बिहार में लोकसभा चुनाव के पहले 'सोशल इंजीनियरिंग' प्रयोग पर जोर, JDU ने दिखाई ताकत


बता दें कि दरभंगा में बनने वाले एम्स के विवाद के बाद बिहार सरकार ने दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल को विकसित करने का कैबिनेट में बड़ा फैसला लिया था. आज मुख्यमंत्री के द्वारा 2500 से बेड वाले अस्पताल बनाने के लिए बड़ा कार्यक्रम हो रहा है. दूसरी तरफ जमीन विवाद के कारण दरभंगा एम्स का निर्माण लटका हुआ है. इस बीच डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने इस मामले पर बड़ा बयान दिया है. 


ये भी पढ़ें- Bihar Politics: आप जरा जान लीजिए भूलिए मत! चिराग पासवान के बहाने RJD MLC ने नीतीश कुमार पर कसा तंज


दरभंगा में आयोजित नोनिया समाज महासम्मेलन में तेजस्वी यादव ने कहा कि केंद्र की सरकार 500 करोड़ देगी और हमारा सिर्फ जमीन देने में 3 हजार करोड़ रुपया लग रहा है. इस काम में पैसा ज्यादा हमारा लग रहा है और प्रचार मोदी का होगा. उन्होंने कहा कि हम लोग तो ज्यादा प्रचार करते ही नही है. हम लोग तो काम करने मे विश्वास रखते हैं. केंद्र सरकार प्रचार करके इसका क्रेडिट ले लेगी. तेजस्वी यादव के इस बयान को सुनकर आप भी सहज अनुमान लगा सकते है कि आखिर दरभंगा में एम्स का निर्माण क्यों नहीं हो रहा है?