लोहरदगा: लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम घोषित होने के बाद लोहरदगा में कांग्रेस पार्टी के भीतर गुटबाजी,दरार और अंतर्कलह खुलकर सामने आ गया है. लोहरदगा में आज पार्टी की समीक्षा बैठक में प्रदेश नेता और पर्यवेक्षक प्रदीप बलमुचू, प्रदीप तुलस्यान आदि की मौजूदगी में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ कार्यकर्ता भी भिड़ गए. तू तू मैं मैं के बाद नौबत हाथापाई तक आ गई. वहीं स्थिति को बिगड़ता और कार्यकर्ताओं को अनुशासन भंग करता देख बाहर से आए अतिथि नेता हाल से बाहर निकल गए. बाद में कुछ सुलझे हुए कार्यकर्ताओं ने समझा बुझा कर वापस अंदर बुलाया.


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दरअसल लोहरदगा के पुराने नगर भवन में कांग्रेस पार्टी की समीक्षा बैठक चल रही थी. इसमें लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन की समीक्षा की जा रही थी. तभी मंच पर कांग्रेस लोहरदगा जिला अध्यक्ष सुखेर भगत को अन्य अतिथियों के साथ बैठा देख वरिष्ठ नेताओं ने उनका विरोध करना शुरू कर दिया. हॉल में उनके लिए गद्दार शब्द का प्रयोग किया जाने लगा. सुखेर भगत के विरोध में और कई कार्यकर्ता गोलबंद हो गए और झगड़े की नौबत आ गई. इस क्रम में 8-10 कुर्सियां भी टूट गई. जिसके बाद जिला अध्यक्ष सुखेर भगत को मंच से नीचे भेज दिया गया. तब जाकर मामला कहीं शांत हुआ.


प्रदेश नेताओं ने कांग्रेस पार्टी के प्रखंड अध्यक्षों को अलग-अलग बुलाकर उनके साथ बातचीत की. बता दें कि लोहरदगा लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी सुखदेव भगत की जीत के बाद से ही पार्टी का एक गुट कुछ स्थानीय वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं को कथित तौर पर चुनाव के दौरान पार्टी के विरोध में कार्य करने का आरोप लगता रहा है. यहां तक की पार्टी के जिला कार्यालय राजेंद्र भवन में पोस्टर भी चस्पा कर दिया गया है कि गद्दार कार्यकर्ता का यहां प्रवेश मना है. बहरहाल अब तक चल रही जुबानी जंग, आरोप प्रत्यारोप हाथापाई तक पहुंच गई है. इसके बाद पार्टी आला कमान द्वारा इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए कोई ना कोई कार्रवाई तय मानी जा रही है.


इनपुट- गौतम


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