Bihar Politics: बिहार विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है. सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले माले के विधायकों ने विधानसभा में जोरदार प्रदर्शन किया. महागठबंधन के विधायकों के पाला बदलने को लेकर माले विधायकों ने नारेबाजी की और बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए. वहीं, माले के विधायक दल के नेता महबूब आलम के नेतृत्व में माले विधायकों ने सदन में जोरदार हंगामा किया. महबूब आलम ने कहा कि बीजेपी देश के लोकतंत्र पर हमला कर रही है. दल बदलने वाले विधायकों पर अभी तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई? 


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माले के विधायक दल के नेता का बयान


माले के विधायक दल के नेता महबूब आलम ने कहा कि प्रावधानों के मुताबिक तत्काल ऐसे विधायकों की सदस्यता रद्द होनी चाहिए, लेकिन बीजेपी ने इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए हजारों करोड़ रुपए की उगाही की है, उस पैसे का इस्तेमाल लोकतंत्र की हत्या में किया जा रहा है. 


राबड़ी देवी का बयान


बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने पोस्टर लेकर सदन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने अपने विधायकों पर बड़ा हमला बोला. उन्होंने कहा कि विधायक बेशर्म हो गए है. शर्म होती तो वह इस्तीफा देकर भाजपा, जदयू में शामिल होते. राबड़ी देवी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और जदयू के तरफ से उन बागी विधायकों को 10 करोड़ रुपए दिए गए हैं. इन विधायकों को लेने वाला भी बेशर्मी पार्टी है.


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बता दें कि कांग्रेस के विधायक मुरारी गौतम और सिद्धार्थ सौरभ और राजद की विधायक संगीता देवी बीजेपी के साथ आ गए हैं. इतना ही नहीं सरकार बदलने के बाद फ्लोर टेस्ट के दौरान राजद के 3 विधायक सत्ता पक्ष में पहुंच चुके थे. महागठबंधन के 6 विधायकों के बागी होने के बाद उनके पास विधायकों की संख्या घटकर 107 रह गई है. विधानसभा में संख्या गणित के हिसाब से एक विधायक की सदस्यता रद्द होने के बाद फिलहाल विधायकों की कुल संख्या 242 है.  


रिपोर्ट: रूपेंद्र श्रीवास्तव