रांची:Hemant Soren: कल देशभर में स्वच्छता पखवाड़ा के तहत कई कार्यक्रम आयोजित किया जा रहे थे इसी क्रम में रांची विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) का कार्यक्रम होना था. जिसके मुख्य अतिथि राज्यपाल राधाकृष्णन रहे, लेकिन बड़ी बात यह रही की इस पूरे कार्यक्रम के दौरान सभागार के स्टेज के इर्द-गिर्द लगे मुख्यमंत्री की तस्वीर को हटा दिया गया. मुख्यमंत्री की तस्वीर को हटाते हुए तस्वीर वायरल होते ही राज्य में सियासी उबाल आ उठा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


बताया जा रहा है कि राज्यपाल के आने से पहले राजभवन के अधिकारी ऑडिटोरियम का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान मंच के दोनों ओर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तस्वीर लगी हुई थी जिसे अधिकारियों ने हटवा दिया था. हालांकि कार्यक्रम के बाद फिर से सीएम की तस्वीर लगा दी गई. लेकिन ये विवाद बढ़ गया. जेएमएम पार्टी के महासचिव विनोद पांडे मामले पर आक्रोश जताते हुए राज भवन पर हमला बोल दिया. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इस तस्वीर को हटाने के लिए जिसने भी आदेश दिया की बक्सा नहीं जाएगा. वहीं उन्होंने कहा कि वह देख रहे हैं कि राजभवन सरकार के प्रति कैसा व्यवहार रख रहा है और इसके लिए वह रणनीति भी बनाएंगे


इधर सहयोगी दल कांग्रेस ने राजभवन को खूब कोसा. प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि लोकतंत्र में मुख्यमंत्री चुने हुए व्यक्ति हैं. महामहिम नामित होते हैं. महामहिम या केंद्र सरकार अपने अधिकारियों के द्वारा इस तरह का कृत्य ना कराए. हालांकि बीजेपी ने भी इस मामले में पलटवार किया है. राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य और सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि आज यह तस्वीर हटाने को लेकर इतना आग बबूला हो रहे हैं. उनको याद करना चाहिए कि जब दुनिया वैश्विक महामारी से जूझ रही थी और केंद्र सरकार से आई वैक्सीन पर से प्रधानमंत्री की तस्वीर को हटवा दिया था यह क्या बोलेंगे.


इनपुट- आयुष कुमार सिंह


ये भी पढें- Bihar Caste Census Vs Rohini Commission Report: बिहार की जातीय जनगणना की रिपोर्ट पेश कर दी, क्या मोदी सरकार अब रोहिणी कमीशन की रिपोर्ट सामने रखेगी?