Muzaffarpur News: पूर्व मंत्री इसराइल मंसूरी ने मुजफ्फरपुर के कलक्टर ऑफिस के बाहर आत्मदाह करने वाले पीड़ित के परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि रिश्वत लेने के बाद भी अफसर काम नहीं कर रहे हैं. उन्होंने इस घटना का उच्चस्तरीय जांच की मांग की. नीतीश सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में अफसरशाही चरम सीमा पर है. बिना रिश्वत के कोई काम नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि अगर अफसर काम कर देते तो उस भूमिहिन बिंदा लाल गुप्ता को आत्मदाह करके जान नहीं गंवानी पड़ती. 


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इजराइल मंसूरी ने कहा कि गरीब आदमी का कोई भी सुनने वाला नहीं है. इसीलिए बिंदा लाल गुप्ता को जमीनी विवाद से तंग आकर जिलाधिकारी महोदय के गेट पर जाकर आत्मदाह करना पड़ा. पूर्व मंत्री ने कहा कि इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और दोषी अफसर पर कारवाई होनी चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने पीड़ित परिवार के लिए मुआवजे की मांग की. उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को सरकार तत्काल 5 डिसमिल जमीन और 25 लाख रुपये मुआवजे में दे, ताकि पीड़ित परिवार का भरण-पोषण हो सके. 


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उन्होंने जिला प्रशासन पर भी कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि बिना रिश्वत लिए कोई भी अधिकारी गरीब आदमी का काम नहीं करता है. वहीं ट्रांसफर पोस्टिंग में भी पैसे की खेल होता है. बता दें कि बीते दिनों कांटी थाना क्षेत्र के काटी कसवा के रहने वाले बिंदा लाल गुप्ता ने जमीनी विवाद से परेशान होकर सम्हरणालय परिसर में अपने शरीर पर तेल छिड़क कर आत्मदाह का प्रयास किया था. जिसमे वह बुरी तरह से झुलस गए थे. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें आनन-फानन में मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में भर्ती कराया था. जहां चार दिनों के ईलाज के बाद उनकी मौत हो गई थी. 


इनपुट - मणितोष कुमार