पटना: जेडीयू से परबत्ता विधायक डॉ. संजीव कुमार ने अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. इसे लेकर बिहार की सियासत गर्मा गयी है. डॉ. संजीव ने कहा कि अगुवानी सुल्‍तानगंज में गंगा पर पुल बन रहा है. इसे चार साल में बनना था, लेकिन यह दस साल से बन रहा है. इस दौरान यह दो बार धराशायी हो चुका है. मेरे विधानसभा क्षेत्र में आता है। इस पुल के बन जाने से लाखों लोग लाभान्वित होंगे, लेकिन यह पूरा नहीं हो पा है.


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उन्होंने कहा कि दो बार पुल गिरा, लेकिन दोषियों पर कोई ठोस कारवाई नहीं हुई. सिस्टम में कहीं ना कहीं खोट तो है, इसे सुधारने की जरूरत है. दरअसल उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाले इस पुल की आधारशिला साल 2014 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रखी थी, लेकिन अभी तक यह पुल बनकर तैयार नहीं हुआ. करीब 10 साल बाद भी यह बन नहीं सका. इस पुल की लागत करीब 1710 करोड़ रुपये है और पुल की लंबाई करीब 3.160 किमी है.


पहले इस पुल के बनने की समय सीमा साल 2024 तक तय की गई थी, लेकिन अब 2026 तक बढ़ाने की खबर है. ऐसे में स्थानीय स्तर पर जनप्रतिनिधियों को जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ रहा है. बिहार के कानून-व्यवस्था के सवाल पर संजीव कुमार ने कहा कि इस मुद्दे पर हमारे नेता बहुत सजग हैं, इसमें सुधार की जरूरत है. बता दें कि बिहार में इन दिनों लगातार पुल गिरने के मामले सामने आ रहे हैं. वहीं पुल गिरने के मामले को लेकर विपक्ष भी नीतीश सरकार पर लगातार हमले कर रही है. वहीं सरकार ने इस मामले शुरू करके कार्रवाई भी शुरू कर दी है. इस बीच जेडीयू विधायन ने ही अपनी सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं


इनपुट- आईएएनएस


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