मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की एक अदालत में पड़ोसी जिला सीतामढी से नवनिर्वाचित जदयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर के विवादित बयान को लेकर उनके खिलाफ बृहस्पतिवार को शिकायत दर्ज की गई है. मुजफ्फरपुर के एक सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप कुमार कुशवाहा ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में ठाकुर के खिलाफ उक्त परिवाद पत्र दायर कराया. ठाकुर ने हाल ही में उन समुदायों का काम नहीं करने की बात कही थी जिन्होंने कथित तौर पर लोकसभा चुनाव में उनके प्रतिद्वंद्वियों को वोट दिया था.


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कुशवाहा के अधिवक्ता हरिओम कुमार ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अदालत ने हमारे मामले पर सुनवाई की तारीख दो जुलाई तय की है. हमने प्रार्थना की है कि आरोपी सांसद पर कुशवाहा समुदाय, मुसलमानों और यादवों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए भादंवि की धारा 501 और 505 के तहत मामला दर्ज किया जाए.’’ उन्होंने कहा कि कई बार विधान पार्षद रह चुके ठाकुर इस बार सीतामढी से सांसद निर्वाचित घोषित किये गये हैं. उन्होंने कहा कि सांसद ने अफसोस जताया था कि कुशवाहा समुदाय ने ‘‘राजग मतदाता होने के बावजूद’’ उनके राजद प्रतिद्वंद्वी को सिर्फ इसलिए वोट दिया क्योंकि विपक्षी दल ने समुदाय के कई लोगों को मैदान में उतारा था.’’


बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले ठाकुर ने यह भी शिकायत की थी कि मुसलमान उन्हें ‘‘सिर्फ इसलिए वोट नहीं देते क्योंकि मेरी पार्टी भाजपा की सहयोगी है’’ और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के प्रति उनकी निष्ठा के लिए यादव समुदाय की आलोचना की थी. ठाकुर की टिप्पणी पर राजद सहित महागठबंधन के अन्य दलों ने आलोचना की है, हालांकि, जदयू और उसकी सहयोगी भाजपा की ओर से इस मामले में मिली-जुली प्रतिक्रिया व्यक्त की गयी है. वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ठाकुर के प्रति सहानुभूति जताते हुए हाल ही में कहा था, ‘‘2014 में मेरे पहली बार सांसद बनने के बाद से मुसलमानों ने मुझे कभी वोट नहीं दिया.’’


इनपुट- भाषा


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