Jharkhand BJP: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले देश के तमाम सियासी दल इसकी तैयारी के लिए कमर कस चुके हैं. केंद्र की सत्ता में बैठी भाजपा तो इसको लेकर पहले से ही काम कर रही है. ऐसे में बिहार के बाद भाजपा का फोकस झारखंड की 14 लोकसभा सीटों पर है. भाजपा यहां पार्टी के खाते में 14 में से 14 लोकसभा सीट कैसे आए इसके लिए मंथन कर रही है. 


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भाजपा झारखंड में कैसे इन 14 सीटों को जीत दर्ज कर पाएगी इसको लेकर रणनीति तैयार करने मं जुट गई है. झारखंड में भाजपा के पास सशक्त लीडरशिप की कमी नहीं है. ऐसे में अब अनुमान लगाया जा रहा है कि प्रदेश के तीन पूर्व मुख्यमंत्री जो भाजपा से रहे हैं उन्हें पार्टी लोकसभा चुनाव के दौरान मैदान में उतार सकती है ताकि इसका असर दूसरी सीटों पर भी पड़े और पार्टी के उम्मीदवारों के जीत की गारंटी मिल सके. 


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भाजपा यहां प्रदेश के तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों बाबूलाल मरांडी, रघुवर दास और अर्जुन मुंडा पर अपना दांव लगा सकती है. ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि ये तीनों भाजपा के प्रदेश के बड़े चेहरे लोकसभा चुनाव के दौरान मैदान में होंगे. ऐसे में भाजपा की तरफ से कोडरमा, दुमका, गिरिडीह, चतरा और खूंटी से चुनाव लड़ाने के लिए तैयारी कर रही है. ऐसे में पार्टी सूत्रों की मानें तो भाजपा सोच रही है कि बाबूलाल मरांडी को दुमका, गिरिडीह या कोडरमा की सीट से अर्जुन मुंडा को खूंटी से और रघुवर दास को चतरा सीट से मांदान में उतारा जाए. 


गिरिडीह से 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने अपनी सीट आजसू को दी थी. ऐसे में इस बार भाजपा इस सीट को अपने सहयोगी को देने के बजाय अपने पास रखने के मुड में है. डूमरी सीट के साथ भी कुछ ऐसा ही होने वाला है क्योंकि यहां से आजसू प्रवक्ता की मानें तो एनडए का उम्मीदवार मैदान में होगा. इसको लेकर स्पष्ट तब हो पाएगा जब भाजपा और आजसू के बीच सीटों का बंटवारा हो जाएगा. मतलब साफ है कि भाजपा की नजर बिहार के 40 लोकसभा सीटों की तरह यहां के 14 लोकसभा सीटों पर भी टिकी है और वह पूरी तैयारी से मैदान में उतरना चाहती है.