Jharkhand Foundation Day 2024: झार + खंड यानी झारखंड, मतलब जंगल से घिरा जमीन का एक टुकड़ा. नाम से ही पता चलता है कि झारखंड मूलतः एक वन प्रदेश है, जो झारखंड आंदोलन से बना है. भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिन यानी 15 नवंबर को झारखंड प्रदेश पूरे 24 साल का हो जाएगा. विशेष बात ये है कि इस समय झारखंड में विधानसभा चुनाव भी हो रहे हैं. बीजेपी को झारखंड की स्थापना का श्रेय मिलता है तो वहीं जेएमएम अध्यक्ष शिबु सोरेन ने इस प्रदेश के लिए काफी संघर्ष किया था. शिबु सोरेन अब काफी राजनीतिक रिटायरमेंट ले चुके हैं और पार्टी के सारे निर्णय उनके बेटे हेमंत सोरेन लेते हैं. शिबु सिर्फ खास मौकों पर ही दिखाई देते हैं. इस चुनाव में हेमंत सोरेन से सत्ता छीनने के लिए बीजेपी अपना पूरा जोर लगा रही है. अगर बीजेपी कामयाब हो जाए तो कोई चौंकाने वाली बात नहीं होगी, क्योंकि प्रदेश में अभी तक कोई भी सरकार रिपीट नहीं कर सकी है.


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बीजेपी के संस्थापक, दिवंगत प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ने अपनी सरकार में बिहार को काटकर झारखंड का निर्माण किया था. इस राज्य में प्रचुर मात्रा में खनिज की उपलब्धता है. बिहार में बीजेपी को जिस कामयाबी के लिए आज भी जूझना पड़ रहा है, वह झारखंड में शुरुआती समय में ही मिल गई थी. दरअसल, बिहार में बीजेपी हमेशा से गठबंधन पर निर्भर रही है. बीजेपी को कभी भी नीतीश कुमार के बिना सत्ता हासिल नहीं हुई. सीएम पद के लिए नीतीश कुमार का ही कब्जा है. बीजेपी तो इस पद के लिए सोचती भी नहीं है. जेडीयू की ओर 2025 में भी नीतीश कुमार को ही नेता घोषित कर दिया गया है और बीजेपी को मजबूरी में समर्थन करना पड़ा. वहीं झारखंड की स्थापना होते ही बीजेपी की सरकार बनी थी.


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झारखंड का गठन होते ही बीजेपी की सरकार बनी और बाबूलाल मरांडी प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बने, जो लगभग दो साल और तीन महीने तक सत्ता में रहे. हालांकि,वह अपना कार्यकाल पूरा नहीं सके थे. बाबूलाल मरांडी को मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद भाजपा में अंदरूनी कलह शुरू हो गई थी. सभी आदिवासी नेता अपना हिस्सा चाहते थे. बाबूलाल मरांडी राज्य की आदिवासी-गैर-आदिवासी राजनीति का शिकार बन गए. 2000 से 2014 के बीच मुख्यमंत्रियों बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा, शिबू सोरेन, मधु कोड़ा और हेमंत सोरेन का कार्यकाल औसतन 15 महीने रहा. प्रदेश एक बार फिर से चुनावी परीक्षा दे रहा है, जिसका 23 नवंबर को रिजल्ट आ जाएगा. अब देखना होगा कि जनता के दिलो-दिमाग में कौन है?


झारखंड के मुख्यमंत्रियों का कार्यकाल


1. बाबूलाल मरांडी 15 नवम्बर 2000 18 मार्च 2003 भाजपा
2. अर्जुन मुंडा 18 मार्च 2003 2 मार्च 2005 भाजपा
3. शिबू सोरेन 2 मार्च 2005 12 मार्च 2005 झामुमो
4. अर्जुन मुंडा 12 मार्च 2005 18 सितंबर 2006 भाजपा
5. मधु कोडा 18 सितंबर 2006 28 अगस्त 2008 निर्दलीय
6. शिबू सोरेन 28 अगस्त 2008 18 जनवरी 2009 झामुमो
राष्ट्रपति शासन 19 जनवरी 2009 29 दिसम्बर 2009
7. शिबू सोरेन 30 दिसम्बर 2009 31 मई 2010 झामुमो
राष्ट्रपति शासन 1 जून 2010 10 सितम्बर 2010
8. अर्जुन मुंडा 11 सितम्बर 2010 18 जनवरी 2013 भाजपा
राष्ट्रपति शासन 18 जनवरी 2013 13 जुलाई 2013
9. हेमंत सोरेन 13 जुलाई 2013 23 दिसम्बर 2014 झामुमो
10. रघुवर दास 28 दिसम्बर 2014 28 दिसम्बर 2019 भाजपा
11. हेमंत सोरेन 29 दिसम्बर 2019 31 जनवरी 2024 झामुमो
12. चंपई सोरेन 2 फरवरी 2024 3 जुलाई 2024 झामुमो
13. हेमंत सोरेन 4 जुलाई 2024 पदस्थ झामुमो


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