पटना: Jitan Ram Manjhi: नीतीश कुमार का साथ नहीं छोड़ने की कसम खाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने महागठबंधन से अलग होने के बाद बुधवार एक और बड़ा झटका दिया है. बुधवार को जीतन राम मांझी एनडीए में शामिल हो गए. यह फैसला उन्होंने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से 45 मिनट मुलाकात के बाद लिया है. अमित शाह से मुलाकात करने जीतन राम मांझी अपने बेटे और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन भी साथ थे.


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बता दें कि महागठबंधन से रिश्ता तोड़ने के बाद जीतन राम मांझी पहली बार बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिले थे. अमित शाह ने बुधवार को मुलाकात का समय दिया था. जिसके बाद अमित शाह और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संतोष कुमार सुमन के बीच 45 मिनट तक मुलाकात चली है. वहीं, जीतन राम मांझी ने मंगलवार को दिल्ली में अपना रूटीन चेक अप कराया.


बता दें जीतन राम मांझी पर सीएम नीतीश कुमार का दबाव था कि वे अपनी पार्टी हम का विलय जेदयू में कर दें. इसके जवाब में बिहार सरकार के मंत्री उनके और पुत्र पद संतोष सुमन ने 13 जून को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद जीतन राम मांझी ने राज्यपाल से मुलाकात कर महागठबंधन से भी अपना रिश्ता तोड़ लिया. इस बीच नीतीश कुमार ने उनके बारे में ये भी कह दिया कि महागठबंधन में रहकर वो बीजेपी के लिए मुखबिरी करने का काम रहे थे. वहीं जेदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने उनकी पार्टी को छोटी दुकान तक कह दिया था.