PM मोदी का फैन हुआ लालू यादव का करीबी MLC! देखिए टमाटर की बढ़ी कीमतों पर क्या बोले?
टमाटर की कीमतों पर केंद्र सरकार का बचाव करते हुए राजद एमएलसी सुनील सिंह ने कहा कि टमाटर की पैदावार कम हुई है, इसीलिए मांग बढ़ी है. उन्होंने कहा कि जब मांग बढ़ेगा और आपूर्ति कम होगी तो स्वाभाविक है कि मार्केट में उस वस्तु के दाम बढ़ जाएंगे.
RJD MLC Sunil Singh: लालू परिवार के बेहद करीबी माने जाने वाले राजद के MLC सुनील सिंह इन दिनों काफी चर्चा में हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधने से लेकर बीजेपी नेताओं से नजदीकी तक, वो मीडिया में काफी सुर्खियों में रहे हैं. अब वो पीएम मोदी के फैन बनते दिखाई दे रहे हैं. टमाटर की बढ़ी कीमतों पर जहां विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है, वहीं राजद नेता मोदी सरकार का समर्थन करते नजर आ रहे हैं. मोदी सरकार का बचाव करते हुए उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि टमाटर कोई ऐसी सब्जी नहीं है जिसके ना होने पर किसी का किचन ना चले, फिर भी ना जानें क्यों इतना हंगामा हो रहा है.
केंद्र का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि टमाटर की पैदावार कम हुई है, इसीलिए मांग बढ़ी है. उन्होंने कहा कि जब मांग बढ़ेगा और आपूर्ति कम होगी तो स्वाभाविक है कि मार्केट में उस वस्तु के दाम बढ़ जाएंगे. हालांकि, उन्होंने टमाटर की कीमतों को कम किए जाने का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि भारत सरकार के उपभोक्ता मंत्रालय और नेफेड के सहयोग से बिस्कोमान द्वारा पटना में चिन्हित स्थलों पर पिछले 10 दिनों से 70 रुपये प्रति किलो के दर टमाटर की बिक्री की जा रही है.
उन्होंने कहा कि जब तक मार्केट में टमाटर का मूल्य 70 रुपये तक नहीं आ जाता, तबतक हमारी ओर से लोगों को टमाटर उपलब्ध कराया जाएगा. हालांकि, उन्होंने कहा कि 70 रुपये भी कोई उचित दाम नहीं है. टमाटर की कीमत 30-35 रुपये से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. किसानों को भी वाजिफ मूल्य मिलने पर भी 35-40 रुपये से ज्यादा दाम नहीं होने चाहिए. भारत सरकार के उपभोक्ता मंत्रालय और नेफेड के सहयोग से हम लोग बिक्री कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि बेंगलुरु से भी टमाटर मंगाया गया है.
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बता दें कि राजद एमएलसी सुनील सिंह बीते कुछ समय से सोशल मीडिया पर लगातार व्यंगात्मक पोस्ट कर रहे हैं. वो अपने पोस्ट पर किसी का नाम तो नहीं लिख रहे हैं, लेकिन माना जा रहा है कि उनके निशाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं. क्योंकि उनके निशाने पर नीतीश कुमार रह चुके हैं. लोगों का कहना है कि राजद अध्यक्ष लालू यादव के मना करने पर ही उन्होंने खुलकर मुख्यमंत्री का नाम लिखना बंद कर दिया है.