Lalu Yadav News: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कृपा से बाहुबली नेता आनंद मोहन जेल से बाहर आ चुके हैं. उधर आनंद मोहन की रिहाई हुई, इधर लालू भी बिहार पहुंचने वाले हैं. इससे प्रदेश का राजनीतिक पारा काफी गरम हो गया है. माना जा रहा है कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए ही लालू की बिहार वापसी हुई है. वह अब खुद पार्टी की कमान संभालेंगे और चुनावों की रणनीति तैयार करेंगे. 


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लालू यादव आज यानी शुक्रवार (28 अप्रैल) को पटना पहुंचने वाले हैं. हालांकि, किस वक्त वह बिहार की धरती पर कदम रखेंगे, इसकी जानकारी नहीं मिली है. पटना एयरपोर्ट के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा था कि हम लोगों की तरह पटना आने के लिए लालू यादव भी बेचैन हैं. वे जल्द ही पटना आएंगे. तब ही से कयास लगाया जा रहा था कि लालू यादव पटना आएंगे.


बिहार की राजनीति में होगा बड़ा बदलाव?


आनंद मोहन की रिहाई के बाद लालू यादव ने तुरंत बिहार वापसी के बड़े सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. कुछ लोगों का कहना है कि आनंद मोहन के सहारे अब लालू-नीतीश की जोड़ी बिहार में नई इबारत लिखने की कोशिश करेगी. दोनों का फोकस सवर्ण वोटरों पर है, इसीलिए आनंद मोहन को राहत दी गई है. वहीं दूसरी कुछ लोगों का मानना है कि नीतीश की पलटी मारने की आदत को लालू जानते हैं. ऐसा ही 2016 में शहाबुद्दीन को लेकर हुआ था. 


नीतीश कुमार फिर ना मारें पलटी


राजद के दबाव में शहाबुद्दीन को जमानत दिलाने में मदद की गई थी. जिससे नीतीश की छवि को झटका लगा था. जिसे सुधारने के लिए उन्होंने राजद से रिश्ता तोड़ दिया था. लालू जानते हैं कि यदि नीतीश को लगा कि इस फैसले से उनकी इमेज को डेंट लग रहा है, तो वह कभी भी पलटी मार सकते हैं. नीतीश ऐसा ना कर सकें इसके लिए लालू ने खुद कमान संभाल ली है.


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लालू से अखिलेश ने की मुलाकात


लालू के बिहार वापसी से पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उनसे दिल्ली जाकर मुलाकात की. मोदी के खिलाफ किलेबंदी में यह मुलाकात भी काफी अहम मानी जा रही है. दोनों नेताओं के बीच तकरीबन 20 मिनट तक मुलाकात हुई. इससे पहले अखिलेश से नीतीश कुमार ने मुलाकात की थी. दोनों नेताओं के बीच सकारात्मक बातचीत हुई थी. इस मुलाकात के दौरान नीतीश के साथ तेजस्वी यादव भी मौजूद थे.