Land For Job Scam: लैंड फॉर जॉब घोटाले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद अध्यक्ष लालू यादव बुरी तरह फंसते हुए नजर आ रहे हैं. लालू यादव के बाद सीबीआई को अब 3 अन्य आरोपियों के खिलाफ केस चलाने की अनुमति मिल गई है. सीबीआई ने गुरुवार (21 सितंबर) को दिल्ली की एक अदालत में इस बात की जानकारी दी. केंद्रीय जांच एजेंसी ने कोर्ट को बताया कि पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद से जुड़े नौकरी के बदले जमीन मामले में तीन आरोपियों के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए जरूरी मंजूरी मिल गई है. सीबीआई ने कोर्ट को उन 3 अन्य आरोपियों के नाम भी बताए. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


केंद्रीय एजेंसी ने विशेष न्यायाधीश गीतांजलि गोयल को बताया कि महीप कपूर, मनोज पांडे और पीएल बनकर के संबंध में आवश्यक मंजूरी सक्षम अधिकारियों से प्राप्त कर ली गई है. न्यायाधीश ने दस्तावेजों को रिकॉर्ड पर लिया और आरोप पत्र पर संज्ञान लेना है या नहीं, यह तय करने के लिए मामले को शुक्रवार (22 सितंबर) के लिए सूचीबद्ध कर दिया. अब इस मामले में आज यानी शुक्रवार को फिर से सुनवाई होगी. 


ये भी पढ़ें- कभी पकड़ी थी गर्दन, अब कंधे पर सिर रखकर लुटाया प्यार; CM नीतीश कुमार का अनोखा अंदाज


जिन 3 अन्य आरोपियों पर केस चलेगा, वो लोग उस समय (घोटाले के समय) मंत्रालय में संबंधित अधिकारी थे और इनकी कथित मिली भगत से ये घोटाला हुआ था. बता दें कि इस कथित घोटाले में लालू यादव पर आरोप है कि वर्ष 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहने के दौरान उन्होंने रेलवे के नियमों की अनदेखी करते हुए लोगों को रेलवे में ग्रुप-डी की नौकरी दी. जिन लोगों को नौकरी दी गई, उनसे बदले में जमीनें ली गईं. इस तरह हुआ था लैंड फॉर जॉब स्कैम यानी नौकरी के बदले जमीन घोटाला.


ये भी पढ़ें- राबड़ी देवी ने अमित शाह पर किया हमला तो भड़क उठा वैश्य समाज, जानें ऐसा क्या कह दिया?


सीबीआई ने इस मामले में 18 मई को केस दर्ज किया था. सीबीआई के मुताबिक, लोगों को पहले रेलवे में ग्रुप डी के पदों पर सब्स्टीट्यूट के तौर पर भर्ती किया गया और जब उनके परिवार ने जमीन का सौदा किया, तब उन्हें रेगुलर कर दिया गया. सीबीआई का कहना है कि पटना में लालू यादव के परिवार ने 1.05 लाख वर्ग फीट जमीन पर कथित तौर पर कब्जा कर रखा है. इन जमीनों का सौदा नकद में हुआ था. यानी, लालू परिवार ने नकद देकर इन जमीनों को खरीदा था. सीबीआई के मुताबिक, ये जमीनें बेहद कम दामों में बेच दी गई थीं.