वेैश्य समाज ने पूर्व सीएम राबड़ी देवी के बयान पर नाराजगी जाहिर की और वैश्य समाज से माफी मांगने की मांग की है. वैश्य समाज के लोगों ने पूर्व सीएम का विरोध करते हुए मोहनिया स्थित चांदनी चौक पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया गया.
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Bihar News: बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के बयान पर सूबे की सियासत गरमा गई है. अमित शाह के बयान पर पलटवार करने के दौरान राबड़ी देवी ने वैश्य समाज को लेकर विवादित टिप्पणी की थी, जिसपर वैश्य समाज ने नाराजगी जाहिर की है और विरोध करते हुए मोहनिया स्थित चांदनी चौक पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया गया. इस विरोध-प्रदर्शन के दौरान सम्पूर्ण वैश्य समाज कैमूर के लोग मौजूद थे.
इस सम्बन्ध में सम्पूर्ण वैश्य समाज के जिलाध्यक्ष कैप्टन त्रिवेणी साह ने राबड़ी देवी के बयान पर नाराजगी जाहिर की और वैश्य समाज से माफी मांगने की मांग की है. उन्होंने बताया की केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि जेडीयू और आरजेडी की जोड़ी बेमेल है. दोनों पार्टियां की गठबंधन तेल और पानी की तरह है, जिसका कभी मेल ही नहीं हो सकता. इसको लेकर केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के इस बयान पर राबड़ी देवी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि तेल और पानी तो बनिया लोग का खेल है. अमित शाह तो खुद व्यापारी हैं. वे तेल और पानी मिलाते होंगे इसलिए सोचते होंगे कि तेल-पानी वाला पार्टी है
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इससे पहले आरजेडी नेता राबड़ी देवी ने महिला आरक्षण बिल का समर्थन करते हुए मोदी सरकार पर हमला किया था. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा था कि महिला आरक्षण के अंदर वंचित, उपेक्षित, खेतिहर और मेहनतकश वर्गों की महिलाओं की सीटें आरक्षित हों. मत भूलो, महिलाओं की भी जाति है. अन्य वर्गों की तीसरी/चौथी पीढ़ी की बजाय वंचित वर्गों की महिलाओं की अभी पहली पीढ़ी ही शिक्षित हो रही है, इसलिए इनका आरक्षण के अंदर आरक्षण होना अनिवार्य है.