पटना:Bihar Politics: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू यादव के बीच इन दिनों लगातार मुलाकात हो रही है, इसी बीच कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 9 सीटों पर चुनाव लड़ा था. इस बार उससे अधिक सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के इस बयान के बाद राज्य में राजनीति गरमा गई है.  इस मामले में जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि नीतीश कुमार के भागीरथी प्रयास से इंडिया के रूप में देश के स्तर पर विपक्षी पार्टियों का बड़ा और मजबूत गठबंधन तैयार हुआ है. सीट शेयरिंग का मसला है कोआर्डिनेशन कमेटी बनी हुई है. सभी दलों के नेता मिल बैठ करके सही समय पर सही फैसला ले लेंगे कहीं कोई विवाद नहीं है.


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वहीं बीजेपी ने कहा कि बिहार में घमंडिया गठबंधन की स्थिति इतनी बुरी है जहां एक तरफ नीतीश कुमार अपनी कुर्सी बचाने के लिए रोज लालू यादव के राजनीतिक दरबार का दरबान बने पड़े हैं वहीं दूसरी ओर इनके साथ ही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष इस बात को व्यक्तिगत तौर पर कह रहे हैं कि मेरे रहते 12 सीट नहीं मिली कब कांग्रेस को अधिकार मिलेगा. कांग्रेस के सर्वोच्च नेता राहुल गांधी के बार बार कहने के बाद भी कांग्रेस को मंत्रिमंडल में उसका उचित स्थान नहीं मिला. इंडिया गठबंधन सिर्फ और सिर्फ अपने-अपने स्वार्थ की सिद्धि में है।


वहीं राजद ने इस मामले में कहा कि बीजेपी जो एक गैर संवैधानिक रूप अपना चुकी है 24 में उनको हटाना एक मेजर इश्यू है. सीट शेयरिंग तो छोटी बात है लेकिन इंपॉर्टेंट बात है बिहार में कई पार्टियों हैं. सभी पार्टियों के मान मर्यादा को देखा जाएगा तेजस्वी यादव को एक अहम भूमिका दी गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, लालू यादव राहुल गांधी और नेता मिल बैठकर के तय करेंगे सीट शेयरिंग में किस दल को कितना सीट मिलेगा.


इनपुट- शिवम


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