रांचीः Lok Sabha Election 2024: पहले चरण के मतदान और रांची में इंडिया गठबंधन की उलगुलान के बाद गठबंधन के हौसले बुलंद है. झारखंड मुक्ति मोर्चा का यह दावा है कि देश का मिजाज इंडिया गठबंधन की तरफ है और लोग बीजेपी राज से मुक्ति चाहते है. वहीं पहले फेज में हुए मतदान और उलगुलान में हुई भीड़ से बीजेपी हताश निराश है. इस वजह से हिंदू मुस्लिम की राजनीति एक बार फिर तेज हो गई है. वहीं अब झारखंड में भी इसको लेकर बयान बाजी शुरू हो चुकी है. 


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कांग्रेस प्रवक्ता राकेश सिन्हा का कहना है कि झारखंड में प्रधानमंत्री और गृहमंत्री की कई रैलियां हुई, लेकिन इतनी भीड़ उन्होंने कभी नहीं देखी थी. इस भीड़ को देखकर उनकी बौखलाहट बढ़ गई है और अब वह अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं. प्रधानमंत्री देश के मुद्दों से भटक गए हैं. देश के लिए मुद्दा महंगाई और बेरोजगारी है. इसके बारे में वह बात नहीं करते है. 


वहीं जेएमएम प्रवक्ता मनोज पांडे का भी कहना है कि इंडिया गठबंधन की रैली और पहले चरण के चुनाव के बाद बीजेपी दर गई है. इसलिए अब अनर्गल बयानबाजी कर रही है. ये लोग तो कांग्रेस के घोषणा पत्र पर भी अनर्गल आरोप लगाते है. यह लोग इतने डरे हैं कि हेमंत सोरेन जैसे नेताओं को जेल में डाल दे रहे हैं. अगर यह मुकाबला करना चाहते हैं तो उन्हें जेल से बाहर निकाले और बराबरी का मुकाबला करें. लेकिन यह केवल अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं क्योंकि इन्होंने अपनी हार मान ली है.


वहीं बीजेपी प्रवक्ता बोले कि 60 साल तक जिसे सिर्फ मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति की वो लोग आरोप लगाते है. कांग्रेस के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला हक माइनॉरिटी का है. कांग्रेस पहले 400 से अधिक सीट पर चुनाव लड़ती थी और अब 200 सीट पर चुनाव लड़ती है. यहीं कांग्रेस के पतन की कहानी है. 
इनपुट- तनय खंडेलवाल


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