Mahagathbandhan Seat Sharing: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता की मुहिम में जुटे हैं. उधर बिहार में ही उनकी इस कवायद को बड़ा झटका लगता दिख रहा है. बिहार में सीट शेयरिंग को लेकर पेंच फंसता दिख रहा है. आरजेडी के प्रदेश कार्यालय में महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष रितु जायसवाल ने ऐसी डिमांड कर दी, जिसे पूरा कर पाना महागठबंधन के लिए मुश्किल होगा. आरजेडी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कांति सिंह ने मांग की है कि लोकसभा चुनाव के अंदर आबादी के अनुसार यानी 50 फीसद सीटों पर महिलाओं को टिकट मिलना चाहिए.


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कांति सिंह के अनुसार, बिहार से लोकसभा की 40 सीटों में से 20 सीटों पर महागठबंधन की ओर से महिला उम्मीदवारों को खड़ा करना चाहिए. कांति सिंह की इस मांग से महागठबंधन में टेंशन बढ़ सकती है. लोकसभा चुनाव में अभी वक्त है लेकिन इस तरह के बयान अब आने शुरू हो गए हैं. ऐसे में सियासी गलियारों में भी इसको लेकर धीरे-धीरे पारा बढ़ने लगेगा.


महिलाओं के लिए 50% आरक्षण की मांग


कांति सिंह ने कहा कि महिलाओं को नौकरियों में तो 50 प्रतिशत तक आरक्षण मिला है. 33 प्रतिशत आरक्षण पंचायत में पहले मिला था अब तो 50 मिल गया है. 2015 में हुए विधानसभा चुनाव का उदाहरण देते हुए कांति सिंह ने कहा कि जितनी महिलाओं को टिकट मिला था सभी विधायक बनी थीं. हालांकि, इस बार थोड़ी सी कमी रह गई थी, लेकिन हार-जीत तो लगी रहती है. 


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विपक्षी एकजुटता का एक और पड़ाव पार


वहीं विपक्षी एकता की मुहिम जुटे नीतीश ने एक और पड़ाव पार कर लिया गया है. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने मंगलवार (2 मई) को रांची में सीएम हेमंत सोरेन से मुलाकात की. मिशन 2024 के लिहाज से ये मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है. उधर सीएम नीतीश शुक्रवार (5 मई) को ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात करने वाले हैं.