Bihar Politics: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोकसभा चुनाव 2024 में BJP को घेरने की कवायद तेज कर दी है. वो एक ओर भगवा पार्टी के खिलाफ विपक्ष को जोड़ने का काम कर रह हैं, तो दूसरी ओर बीजेपी में सेंधमारी से भी नहीं चूक रहे हैं. इसी कड़ी में उन्होंने बीजेपी और उसकी सहयोगी एलजेपी को बड़ा झटका दिया है. रविवार (30 अप्रैल) को एलजेपी और बीजेपी के कई नेताओं ने जेडीयू का दामन थाम लिया है.   


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बीजेपी और एलजेपी कार्यकर्ताओं ने दरौली विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी सह अखिल भारतीय चौहरमल मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव कुमार मांझी के नेतृत्व में जेडीयू की सदस्यता ली. ये कार्यक्रम जेडीयू मुख्यालय के कर्पूरी सभागार में आयोजित किया गया. जेडीयू ज्वाइन करने वाले नेताओं ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि बीजेपी आज भावनात्मक मुद्दों के सहारे देश की जनता को मूल मुद्दों से भटकाने का प्रयास कर रही है.


बीजेपी पर बरसे वशिष्ठ नारायण सिंह 


इस दौरान जेडीयू के राज्यसभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि देश के मौजूदा हालात बेहद नाजुक और चिंताजनक बनी हुई है. बीजेपी पर हमला करते हिए कहा कि भावनात्मक मुद्दों के सहारे देश की जनता को मूल मुद्दों से भटकाने का प्रयास कर रही है.


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बीजेपी से चुकता किया हिसाब


इस तरह से नीतीश कुमार ने बीजेपी से अपना पुराना हिसाब-किताब चुकता कर लिया है. दरअसल, इससे पहले बीजेपी ने खगड़िया में जेडीयू को बड़ा झटका देते हुए सैकड़ों कार्यकर्ताओं को अपनी ओर मिला लिया था. यहां सैकड़ों से ज्यादा जेडीयू नेताओं ने अपने समर्थकों सहित पार्टी से इस्तीफा देकर बीजेपी ज्वाइन कर ली थी.जेडीयू छोड़ने वाले नेताओं ने कहा था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस जंगलराज के खिलाफ लड़ाई लड़ कर सत्ता पाई थी, आज उसी जंगलराज के कर्ता-धर्ता की गोद में जा बैठे हैं. ऐसे में आम कार्यकर्ता असहज महसूस कर रहे हैं.