मुंबई में बैठकर संजय राउत ने सुलगा दी बिहार की राजनीति, ऐसी बात कही कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव में छिड़ सकता है संग्राम
Sanjay Raut Controversial Statement: संजय राउत के बयानों का इतिहास देखें तो ज्यादातर विवादित रहे हैं. महाराष्ट्र के परभणी हिंसा को लेकर उन्होंने बिहार से क्यों तुलना की, समझ से बाहर है. हालांकि इस पर बिहार की राजनीति जरूर गरमा सकती है और बिहार प्राइड की बात खड़ी हो सकती है.
महाराष्ट्र के परभणी में हिंसा को लेकर राजनीति गरमा गई है और शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के नेता और सांसद संजय राउत ने तो महाराष्ट्र की हालत को बिहार से भी ज्यादा बदतर करार दिया है. अब संजय राउत के इस बयान पर बिहार में महाभारत तय है. संजय राउत के इस बयान को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष के नेता आपस में भिड़ सकते हैं और एक दूसरे के खिलाफ आरोप प्रत्यारोप का दौर तेज हो सकता है.
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सांसद संजय राउत ने मंगलवार को कहा, महाराष्ट्र की स्थिति बिहार से भी ज्यादा गंभीर है, जिसे सीएम फडणवीस को समझना चाहिए. उन्होंने कहा कि बीड और परभणी में हुईं घटनाएं महाराष्ट्र की छवि को नुकसान पहुंचाती हैं और इन अपराधों में शामिल लोग आपकी सरकार में मंत्री हैं. मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को इन घटनाओं की जिम्मेदारी लेनी चाहिए.
हालांकि संजय राउत ने यह नहीं बताया कि कैसे परभणी की हिंसा को लेकर उन्होंने महाराष्ट्र की तुलना बिहार से की. अब विपक्ष सत्तापक्ष पर यह आरोप लगाकर आवाज बुलंद करेगा कि 20 साल की सरकार के बाद भी दूसरे राज्यों में बिहार को कितना गलत नजरिए से देखा जा रहा है.
दूसरी ओर, सत्तापक्ष इस बात को लेकर इंडिया ब्लॉक पर हमला कर सकता है कि संजय राउत ने बिहार का इस्तेमाल गलत संदर्भों में किया और लालू परिवार के अलावा कांग्रेस शिवसेना के साथ गठबंधन में शामिल है. विपक्ष जवाब में यह भी कह सकता है कि नीतीश जी ने 20 साल की सरकार के दौरान काम ही ऐसे किए हैं कि दूसरे राज्यों में बिहार की जगहंसाई हो रही है.
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वहीं सत्तापक्ष यह आरोप लगाएगा कि कैसे लालू परिवार और कांग्रेस बिहार को बदनाम करने वालों के साथ खड़े हैं और उनकी हां में हां मिला रहे हैं.