INDIA Alliance Coordinator: 80 के दशक की सुपरहिट बॉलीवुड फिल्म 'प्रेम रोग' में एक बेहद सुपरहिट गाना था- 'भंवरे ने खिलाया फूल, फूल को ले गया राजकुंवर...' देश की मौजूदा राजनीति में ये गाना बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर फिट बैठता है. दरअसल, पीएम मोदी के खिलाफ नीतीश कुमार ने विपक्षी एकता की नींव रखी थी. वह उन तमाम दलों को एक साथ लेकर आए, जिनकी आपस में बिल्कुल नहीं पटती थी. उस वक्त तक माना जा रहा था कि विपक्ष की ओर से नीतीश कुमार एक प्रबल दावेदार के रूप में ऊभर रहे हैं. लेकिन पटना बैठक के बाद से हालात एकदम बदल गए. कांग्रेस पार्टी ने नीतीश कुमार की मेहनत का पूरा क्रेडिट ले लिया. 


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पीएम पद के दावेदार तो दूर की बात नीतीश कुमार को अब विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. का संयोजक तक बनना मुश्किल दिखाई दे रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को विपक्षी गठबंधन 'INDIA' का संयोजक बनाया जा सकता है. मुंबई में होने वाली बैठक में इसका ऐलान हो सकता है. सूत्रों के मुताबिक, I.N.D.I.A. गठबंधन के संयोजक पद के लिए कांग्रेस की ओर से मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम आगे बढ़ाया गया है. कांग्रेस का कहना है कि खड़गे के पास लंबा राजनीतिक अनुभव है और वह दलित समुदाय से आते हैं. 


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उधर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी संयोजक बनाए जाने की अटकलें है. क्योंकि नीतीश कुमार ने ही विपक्षी गठबंधन की नींव रखी थी. हालांकि, नीतीश कुमार कई बार कह चुके हैं कि वह कुछ भी नहीं चाहते हैं. वहीं लोगों का कहना है कि नीतीश कुमार ऊपर से भले ही कुछ कहें लेकिन मन ही मन पीएम बनने की इच्छा रखते हैं. नीतीश कुमार को करीब से जानने वालों का कहना है कि नीतीश कुमार पिछले दो चुनावों से कह रहे हैं कि उन्हें कुछ नहीं चाहिए, लेकिन आखिरी में मुख्यमंत्री वही बनते हैं. इतना ही नहीं जहां से कुर्सी पर खतरा नजर आता है, दूसरे के साथ चले जाते हैं.