Bihar Politics: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते दिनों जनसंख्या नियंत्रण को लेकर बिहार विधान मंडल के दोनों सदनों में जो बयान दिया था, जिसके बाद देश के साथ-साथ बिहार की सियासत तेज है. बीजेपी लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफा की मांग कर रही है. वहीं, बिहार सरकार की मंत्री लेसी सिंह ने जी मीडिया से खास बातचीत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने जाति आधारित गणना पर कुछ बातें जो प्रजनन दर को लेकर कही. 


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मंत्री लेसी सिंह ने आगे कहा कि सीएम ने महिलाओं को जो शिक्षित किया जा रहा है प्रजनन दर में कमी आई है, उसको लेकर कुछ बातें कही है. नीतीश कुमार की तरफ से कही गई बातें और उसके बाद दूसरे दिन तक काफी मीडिया में और बीजेपी के तरफ से कई तरह की चर्चा होने लगी. मंत्री लेसी सिंह ने कहा कि इसके बाद खुद मुख्यमंत्री ने 8 नवंबर दिन बुधवार को विधानसभा विधान परिषद में और मीडिया में खुद खेद प्रकट कर चुके हैं. अब इस बात को लेकर बीजेपी का एजेंडा कुछ और है. 


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बिहार सरकार की मंत्री लेसी सिंह ने कहा कि आज बिल पेश होने वाला है आरक्षण को लेकर इसीलिए यह लोग घबराए हुए हैं. साल 2024 लोकसभा चुनाव में उनकी देश और बिहार में जो स्थिति होने वाली है जो इनका नेगेटिव है लोगों के बीच उसे घबराए हुए हैं. इसीलिए ध्यान भड़काने के लिए हमारे नेता की छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन एनसीईआरटी की जो बुक है जो ट्वेल्थ में पढ़ाई जाती है हिंदी इंग्लिश की सिलेबस में है.  


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उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कुछ बातें कही हैं वही हम लोगों ने अगर किया. केंद्र सरकार से इसको सिलेबस से हटा दीजिए. इसीलिए हम लोग एनसीईआरटी की बुक को लेकर आए हैं और कह रहे हैं कि हटा दीजिए, बीजेपी के लोग के लोगों का दर्जनों उदाहरण है उनके नेताओं की तरफ से महिलाओं को लेकर किस किस तरह का व्यवहार और भाषा का इस्तेमाल किया गया. इसके कई उदाहरण है तो बीजेपी के नेताओं से भी इस्तीफा लेना चाहिए.


रिपोर्ट: शिवम कुमार