पटना: बिहार में मंत्री और अफसर के बीच का विवाद अब सियासत के केंद्र में आ गया है. एक तरफ जहां इस विवाद को लेकर दो सत्ताधारी दल आमने-सामने आ गए हैं. वहीं दूसरी तरफ बिहार में विपक्षी दल भाजपा ने भी सरकार के खिलाफ इस मामले को लेकर बयानबाजी तेज कर दी है. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि दो दिन की बरसात से शहरी इलाके में लोग जल-जमाव झेल रहे हैं, दरभंगा मेडिकल कालेज बंद कर दिया गया है. मरीज नाव से अस्पताल पहुंच रहे हैं और डिप्टी सीएम तथा कई विभागों के मंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव सहित एक महीने से विदेश में राहुल गांधी की तरह छुट्टियां मना रहे हैं. 


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सुशील मोदी ने कहा कि गरीबों के मसीहा होने का नाटक करने वालों को बिहार की गर्मी बर्दाश्त नहीं हो रही है. वे विदेश से ट्वीट कर रहे हैं और अब सीधे 10 जुलाई को विधान सभा सत्र के समय सदन में प्रकट होंगे. 


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उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव डीफैक्टो मुख्यमंत्री हैं, इसलिए नीतीश कुमार किसी भी महत्वपूर्ण मुद्दे पर निर्णय नहीं ले पा रहे हैं. वे मंत्री -अफसर टकराव के मूकदर्शक बने हुए हैं.
सुशील मोदी ने कहा कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और विभागीय अवर सचिव एक-दूसरे को औकात बताने पर तुले हैं. मंत्री के आप्त सचिव को शिक्षा विभाग में घुसने पर पाबंदी लगा दी गई और उनकी डाक्ट्रेट डिग्री पर सवाल उठा दिये गए. 


उन्होंने कहा कि इतने अपमान के बाद तो शिक्षा मंत्री को खुद इस्तीफा दे देना चाहिए, सुशील मोदी ने कहा कि पथ निर्माण और स्वास्थ्य जैसे बड़े विभाग तेजस्वी यादव से संभल नहीं रहे हैं. उनकी एक मात्र योग्यता लालू-राबड़ी का पुत्र होना है. 
RAJESH KUMAR