पटना: Bihar Politics: पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद बिहार में एनडीए का कुनबा एकजुट नजर आ रहा है. चाहे सत्ता पक्ष हो या विपक्ष, दोनों एक दूसरे के ऊपर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहते हैं. मोदी सरकार में मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर विपक्ष की ओर से उठाए जा रहे सवाल पर बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है.


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राजद नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जो सोने के चम्मच लेकर पैदा हुए और जिनको राजनीति विरासत में मिली है, ऐसे लोगों के लिए यह झुनझुना हो सकता है. ऐसे लोगों को मंत्रालय की जानकारी कहां से होगी. जो राजनीति में कदम रखते ही डिप्टी सीएम और छह विभागों के मंत्री बन गए थे. उन्होंने कहा कि हम लोगों के लिए मंत्रिमंडल का विस्तार और मंत्रिमंडल का बंटवारा कभी झुनझुना नहीं हो सकता है. हम लोगों के लिए राज्य की तरक्की विकास और प्रगति पहली प्राथमिकता है.


तेजस्वी यादव के संसद में ईंट से ईंट बजाने वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री श्रवण कुमार ने कटाक्ष भरे लहजे में कहा कि जो चार सीट जीतकर संसद गया हो, वह भला संसद में ईंट से ईंट क्या बजा पाएंगे. बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार नालंदा जिले के नूरसराय प्रखंड में खरीफ विपणन महा अभियान 2024 कार्यक्रम का उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंचे थे.


दरअसल, बिहार के सांसदों के बीच मंत्रालय के बंटवारे तेजस्वी यादव ने तंज कसा था. तेजस्वी यादव ने कहा था कि इन सभी को झुनझुना थमा दिया गया है. जिसके बाद से राजनीति गरमाई हुई है. बता दें कि बिहार से पूर्व सीएम, हम नेता और गया से पहली बार सांसद बने जीतन राम मांझी को लघु, कुटीर एवं मध्यम उपक्रम (MSME) मंत्रालय दिया गया है. वहीं लोजपा-रामविलास के अध्यक्ष और हाजीपुर के सांसद चिराग पासवान को खाद्य प्रसंस्करण मंत्री बनाया गया है. वहीं इससे पहले ग्रामीण विकास मंत्री रहे भाजपा नेता और बेगूसराय सांसद गिरिराज सिंह को कपड़ा मंत्रालय दिया गया है. इसके अलावा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के मुंगेर से सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को पंचायती राज, मत्स्य एवं पशुपालन मंत्री बनाया गया है.  
इनपुट- आईएएनएस के साथ


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