`14 करोड़ की आबादी है, ये सब होते रहता है`, मोतिहारी जहरीली शराब कांड पर बोले जीतनराम मांझी
Motihari Hooch Tragedy: मांझी ने कहा कि वे पहले से ही जहरीली शराब से मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे की मांग करते रहे हैं. जीतनराम मांझी ने इस बात को लेकर संतोष जताया कि नीतीश कुमार की सरकार ने जहरीली शराब से मृतकों के परिजनों के लिए 4-4 लाख रुपये मुआवजे की मांग मान ली है.
Motihari Hooch Tragedy: मोतिहारी जहरीली शराब कांड पर हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के संरक्षक जीतनराम मांझी (Jitanram Manjhi) ने अजीबोगरीब बयान दिया है. मांझी का कहना है कि बिहार की आबादी 14 करोड़ है और ऐसे में इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं. हाजीपुर के महुआ में आयोजित इफ्तार पार्टी में शामिल होने पहुंचे जीतनराम मांझी ने बुधवार को यह बात कही.
वहां मीडियाकर्मियों ने मोतिहारी में जहरीली शराब कांड को लेकर सवाल पूछ दिया, जिसके जवाब में मांझी ने कहा, इतनी बड़ी आबादी है. 14 करोड़ की जनसंख्या है. इस तरीके की छिटपुट घटनाएं होती रहती हैं. उन्होंने कहा, दूसरी बात है कार्रवाई की. उन्होंने कहा कि अब तो 4-4 लाख रुपये मुआवजे का भी ऐलान हो गया है. इसके लिए मांझी ने नीतीश कुमार का आभार जताया.
मांझी ने कहा कि पड़ोसी राज्यों से कुछ गलत लोग राज्य में आ जाते हैं, जिससे ऐसा होता है. मांझी ने कहा कि वे पहले से ही जहरीली शराब से मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे की मांग करते रहे हैं. जीतनराम मांझी ने इस बात को लेकर संतोष जताया कि नीतीश कुमार की सरकार ने जहरीली शराब से मृतकों के परिजनों के लिए 4-4 लाख रुपये मुआवजे की मांग मान ली है.
मोतिहारी जहरीली शराब कांड के बाद से बिहार की राजनीति तेज हो गई है. विपक्षी दल जहां सत्तारूढ़ नीतीश कुमार की सरकार पर हमला बोल रहे हैं, वहीं सीएम नीतीश कुमार की ओर से मुआवजे के ऐलान करने पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं. दरअसल, नीतीश कुमार ने मुआवजा पाने के लिए कुछ शर्तों का ऐलान किया है. अब विपक्षी दल पूछ रहे हैं कि गरीब गुरबा लोगों को मुआवजा देनी है तो शर्तें क्यों लगाई जा रही हैं.