पटना: लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में राजनीतिक दलों का चुनाव प्रचार धीरे-धीरे परवान चढ़ने लगा है. बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने भी अपने चुनावी अभियान की शुरुआत कर दी है. इस बीच जेडीयू पार्टी के अंदर की अंदरूनी कलह सामने आई है. दरअसल, शुक्रवार को जेडीयू की तरफ से प्रदेश प्रवक्ता की लिस्ट जारी की गई थी. जिस पर प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने रोक लगा दी थी. जिसके बाद आज फिर से लिस्ट जारी की गई. जिससे निखिल मंडल का नाम गायब था.


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प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा से निखिल मंडल में अपने X अकाउंट पर इस बारे में नाराजगी जताते हुए लिखा कि,’ कल हमारी पार्टी जद (यू) की चुनाव अभियान समिति की बैठक प्रदेश कार्यालय में हुई. पार्टी के वरिष्ठ नेतागण ने 3 नए प्रवक्ता की सूची जारी की, जिसमें मुझे भी जगह दी गई. यह सूची मीडिया के साथियों को भी भेज दी गई थी. फिर पार्टी ऑफिस से खबर आयी कि प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने लिस्ट रोक दिया है और कल संशोधित लिस्ट जारी की जाएगी. आज लिस्ट जारी की गई, सभी नाम यथावत है सिर्फ मुझे छोड़ कर. प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा जी आप गलतफहमी के शिकार हो गए हैं.’


निखिल मंडल ने आगे लिखा कि,’ ये पार्टी ना आपकी है, ना मेरी है. ये पार्टी सिर्फ़ और सिर्फ़ आदरणीय नीतीश कुमार जी की है जो मेरे राजनीतिक गुरु हैं और पहले भी उन्होंने ही मुझे प्रवक्ता बनाया था. पिछली कमेटी में मुझे प्रदेश महासचिव आदरणीय नीतीश कुमार जी ने ही बनाया था. प्रदेश अध्यक्ष जी, आपके कृपा से ना राजनीति में हूं और ना किसी पद पर हूं. 2020 का विधानसभा चुनाव आप भी हारे और मैं भी हारा. आप प्रदेश अध्यक्ष हैं तो आदरणीय नीतीश कुमार जी के आशीर्वाद से, ना कि अपनी काबिलियत से. पार्टी में पिछले 19 साल से कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहा हूं और आदरणीय श्री नीतीश कुमार जी के हाथों को ना सिर्फ़ मैं बल्कि मेरा पूरा परिवार मज़बूत कर रहा है.


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