काम आया नीतीश कुमार का बिहारी दांव, अब इंडिया के संयोजक पद सौंपने की हो रही तैयारी
Bihar News: दिल्ली में चौथी बैठक के दौरान ममता बनर्जी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पहले संयोजक और फिर पीएम पद के लिए चेहरा बनाने का प्रस्ताव पेश कर दिया. दोनों नेताओं ने एक दूसरे के प्रस्ताव का समर्थन भी कर दिया, लेकिन नीतीश कुमार के नाम का न तो प्रस्ताव पेश किया गया और न ही किसी ने मजबूती से उनके बारे में कुछ कहना मुनासिब समझा.
Bihar News: इंडिया ब्लॉक की चौथी बैठक के बाद नीतीश कुमार ने ऐसा दांव खेला कि अब जेडीयू अध्यक्ष को इंडिया का संयोजक बनाए जाने की तैयारी चल रही है. बताया जा रहा है कि ललन सिंह को अध्यक्ष पद से हटाने के बाद नीतीश कुमार ने जैसे ही अध्यक्षी संभाली है, इंडिया के नेताओं के होश उड़ गए हैं. इंडिया के नेता इस बात से आशंकित हैं कि नीतीश कुमार गठबंधन को मंझधार में छोड़कर पाला बदल सकते हैं. इसलिए नीतीश कुमार को गठबंधन में बनाए रखने के लिए अब उन्हें संयोजक पद सौंपने की खबर है. बताया जा रहा है कि 3 जनवरी को इंडिया ब्लॉक के नेताओं की आनलाइन मीटिंग होगी और नीतीश कुमार को संयोजक बनाए जाने का प्रस्ताव दिया जा सकता है.
सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार और जेडीयू के अगले कदम को लेकर कांग्रेस खासी आशंकित है. इसलिए कांग्रेस ने टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी, राजद नेता तेजस्वी यादव और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के अलावा शरद पवार और उद्धव ठाकरे से भी इस बात की रजामंदी ले ली है. लेफ्ट और दक्षिण भारत की पार्टियों से भी बात हो गई है. बताया जा रहाहै कि कांग्रेस अध्यक्ष जूम ऐप पर आनलाइन मीटिंग करेंगे, जिसमें कई दलों के प्रमुख शामिल हो सकते हैं.
बताया यह भी जा रहा है कि नीतीश कुमार को संयोजक पद सौंपने को लेकर इस आनलाइन मीटिंग में बड़ा फैसला हो सकता है. इंडिया ब्लॉक की पटना में हुई पहली बैठक के बाद से ही नीतीश कुमार को संयोजक बनाए जाने का अंदाजा लगाया जा रहा था, लेकिन दिल्ली में हुई चौथी बैठक के बाद नीतीश कुमार का तो दिल ही टूट गया होगा.
दिल्ली में चौथी बैठक के दौरान ममता बनर्जी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पहले संयोजक और फिर पीएम पद के लिए चेहरा बनाने का प्रस्ताव पेश कर दिया. दोनों नेताओं ने एक दूसरे के प्रस्ताव का समर्थन भी कर दिया, लेकिन नीतीश कुमार के नाम का न तो प्रस्ताव पेश किया गया और न ही किसी ने मजबूती से उनके बारे में कुछ कहना मुनासिब समझा.
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उसके बाद नीतीश कुमार ने दिल्ली में अपनी पार्टी की कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक बुला ली और ललन सिंह को अध्यक्ष पद से रुखसत कर दिया. नीतीश कुमार ने खुद ही अध्यक्ष पद संभाल लिया. उसके बाद यह अटकलें लगने लगीं कि नीतीश कुमार पाला बदलकर एक बार फिर एनडीए में जा सकते हैं. उसके बाद से कांग्रेस और इंडिया ब्लॉक के नेताओं के होश उड़े हुए हैं.