Bihar Politics:  बिहार में इन दिनों लगातार सियासत का पारा चढ़ा हुआ है. यहां लगातार जिस तरह से सियासी समीकरण बदल रहे हैं वह सच में राजनीतिक दलों के भी समझ से परे है. एक तरफ नीतीश को लेकर विपक्षी दल दावा कर रहे हैं कि वह कभी भी पलटी मार सकते हैं तो वहीं दूसरी तरफ महागठबंधन के दलों का दावा होता है कि उनका गठबंधन एकदम मजबूती से सभी दलों को साथ लिए खड़ा है. ऐसे में नीतीश कुमार बीच-बीच में जिस तरह की गुगली डालते हैं वह किसी को भी समझ में नहीं आता है. 


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राजनीति के दिग्गज जानकारों को भी नीतीश की इस गुगली के सामने टिकना मुश्किल हो रहा है. दरअसल इन दिनों नीतीश कुछ ज्यादा ही एक्शन में दिख रहे हैं. कभी वह सचिवालय का औचक निरीक्षण करने पहुंच जाते हैं. कभी किसी सरकारी विभाग के दफ्तर में वह अचानक एंट्री ले लेते हैं. 


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आज वैसे तो रविवार का दिन है. लोग अवकाश का मजा ले रहे हैं तो वहीं नीतीश कुमार आज भी एक्शन मोड में हैं. वह अचानक ही बिना किसी सूचना के सुबह-सुबह की जेडीयू दफ्तर में आ धमके. फिर थोड़ी देर वहां रूकने के बाद उनका काफिला राबड़ी आवास की तरफ निकल गया. हालांकि राबड़ी आवास पर पहुंचे नीतीश कुमार की राज सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मुलाकात नहीं हो पाई लेकिन, वह यहां राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव दोनों से जरूर मिले. 


राबड़ी आवास पर 10 मिनट रूकने के बाद वह वापस लौट गए.  अब यहां नीतीश, तेजस्वी और राबड़ी के बीच क्या बात हुई है इसको लेकर चर्चाओं का बाजर गर्म है. ऐसे में बिहार का सियासी पारा नीतीश के इस अकस्मात दोरे की वजह से चढ़ गया है और इसको लेकर चर्चा जोरों से चल रही है. 


वैसे जेडीयू दफ्तर इसके पहले अचानक पहुंचे नीतीश कुमार मे वहां कई कार्यकर्ताओं और नेताओं से मुलाकात की और उनकी समस्याएं भी सुनी. इसके बाद वह इन समस्याओं को सुलझाने का वादा करने के बाद आगामी चुनाव की तैयारी में जोर लगाने का निर्देश भी देते नजर आए.