पटनाः Nitish Kumar resigns: नीतीश कुमार ने बिहार में जारी सियासी घटनाक्रम के बीच इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल फागू चौहान को इस्तीफा सौंप दिया है. राज्यपाल से मिलने के बाद नीतीश कुमार राजभवन से बाहर निकल गए और सीधे सीएम आवास की तरफ चले गए. राजभवन के सामने बड़ी संख्या में समर्थक खड़े थे. समर्थकों के हाथ में पार्टा का झंडा था और वो काफी उत्साह में दिख रहे थे. नीतीश कुमार शाम 4 बजे राज्यपाल से मिलने वाले थे, लेकिन उन्होंने तय वक्त से पहले ही उनसे मुलाकात की और इस्तीफा दे दिया. उन्होंने 2 से 3 मिनट में अपनी बात रखी और बाहर निकल आए. 


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अश्वनी चौबे ने बताया पलटू राम
इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से भी कोई बात नहीं की. अगले कदम के तौर पर उन्होंने महागठबंधन के पार्टी का समर्थन पत्र भी सरकार बनाने के लिए सौंप दिया है. नीतीश कुमार ने राज्यपाल को 160 विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंपकर सरकार बनाने का दावा किया है. वहीं इस प्रकरण के बीच, भाजपा के वरिष्‍ठ नेता अश्विनी चौबे ने मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला करते हुए उन्हें नीतीश कुमार को पलटू राम बताया है. उन्होंने कहा कि जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है. 


भाजपा ने हमेशा अपमानित किया
इससे पहले Nitish Kumar ने कहा था कि भाजपा ने हमेशा अपमानित किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जेडीयू की बैठक में कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा अपमानित करने का काम किया है. उन्होंने कहा की षडयंत्र के तहत जेडीयू को खत्म करने की कोशिश की गई. नीतीश ने आरोप लगाया कि बीजेपी की तैयारी जदयू विधायकों को खरीदने की थी.


इस तरह के घटनाक्रम के बाद ये साबित हो चुका है कि बिहार में जदयू और बीजेपी का गठबंधन टूट चुका है. इस बीच, जदयू संसदीय दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार में बनने जा रही नई सरकार को बधाई दी है. उन्होंने लिखा, 'नये स्वरूप में नये गठबंधन के नेतृत्व की जवाबदेही के लिए नीतीश कुमार को बधाई. नीतीश कुमार आगे बढ़िए. देश आपका इंतजार कर कर रहा है.'


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