भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात के बाद रविवार को निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री बनने का दिवास्वप्न देखने के बजाय अपने राज्य पर ध्यान देना चाहिए जो 'अराजकता' की ओर बढ़ रहा है. 


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नीतीश कुमार गैर-भाजपा दलों का गठबंधन बनाने के लिए विपक्षी नेताओं से मिल रहे हैं और उन्होंने दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण के मुद्दे पर केंद्र के साथ आम आदमी पार्टी सरकार की तनातनी के मामले में केजरीवाल को अपने ‘‘पूर्ण समर्थन’’ का आश्वासन दिया है.  इस दौरान, बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव भी कुमार के साथ थे.


भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कहा कि अन्य नेताओं से मिलना कुमार का अधिकार है लेकिन वह अपने राज्य पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘वह प्रधानमंत्री बनने का दिवास्वप्न देख रहे हैं. इसके बजाय, उन्हें बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कर्तव्यों, अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी का निर्वहन करना चाहिए.’’ 


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बिहार में भाजपा के विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) संजय मयूख ने कहा कि कुमार को अपने सपनों की दुनिया से बाहर आना चाहिए क्योंकि प्रधानमंत्री पद के लिए कोई रिक्ति नहीं है. उन्होंने दावा किया कि राज्य के लोग राज्य को अपराध और भ्रष्टाचार की ओर धकेलने के लिए उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे. केंद्र ने शुक्रवार को दिल्ली में समूह-ए के अधिकारियों के स्थानांतरण और पदस्थापना के लिए एक प्राधिकरण बनाने के वास्ते अध्यादेश जारी किया था. पुलिस, सार्वजनिक व्यवस्था और भूमि मामलों को छोड़कर अन्य सेवाओं का नियंत्रण दिल्ली की निर्वाचित सरकार को देने के उच्चतम न्यायालय के फैसले के एक सप्ताह बाद केंद्र का यह अध्यादेश आया.


(इनपुट-भाषा)