Nitish Kumar : नीतीश कुमार को 'सुशासन बाबू' के रूप में जाना जाता है, लेकिन हाल ही में उनके कुछ बयानों ने उनकी छवि को झटका दिया है. दरअसल, उनके पति-पत्नी के रिश्ते को लेकर दिए गए बयान ने विवाद उत्पन्न किया है. इसके परिणामस्वरूप जेडीयू को नुकसान हो सकता है.


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नीतीश कुमार ने विधानसभा में एक भाषण में प्रजनन दर कम करने की बात करते हुए अपने पति-पत्नी के रिश्ते को लेकर बयान दिया, जिससे विपक्ष ने उन्हें घेरा डाला. नीतीश ने जल्दी ही माफी मांगी और बयान की निंदा भी की. इस पर राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, नीतीश कुमार की इस गलती से उनकी छवि पर असर हो सकता है.


इस घड़ी में जेडीयू के नेता भी नीतीश के समर्थन में हैं, क्योंकि उनके कार्यकाल में बिहार में महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 35 प्रतिशत का आरक्षण मिला था, जिससे दलित और महादलित मतदाताओं को आकर्षित किया गया था हालांकि, नीतीश के हाल के बयानों ने उनकी छवि को क्षति पहुंचाई है और उन्हें आपसी प्रेम और सौहार्द की बातों के बजाय विवादों में देखा जा रहा है. इससे जेडीयू को अपने नेता की सुशासन वाली छवि को बनाए रखने के लिए नई रणनीतियों की आवश्यकता हो सकती है.


बीजेपी ने भी नीतीश को मेमोरी लॉस मुख्यमंत्री बताया है और उनके बयानों को लेकर सवाल उठाए हैं. इस पर जेडीयू को अपनी सुशासन वाली छवि को पुनः स्थापित करने के लिए सकारात्मक कदम उठाना होगा ताकि वे आने वाले चुनावों में मजबूती से सामना कर सकें.


इनपुट- आईएएनएस 


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