पटना : बिहार की सियासत में अभी रमजान पर सरकार की तरफ से जारी आदेश को लेकर बयानबाजी का दौर थमा भी नहीं है कि नीतीश सरकार के मंत्री ने एक ऐसा बयान दे दिया कि एक बार फिर से बवाल बढ़ गया है. दरअसल बिहार सरकार की तरफ से एक आदेश जारी कर कहा गया कि रमजान के महीने में बिहार सरकार के मुस्लिम कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए एक घंटे पहले ऑफिस आने और एक घंटे पहले कार्यालय से जाने की सुविधा होगी. ऐसे में बिहार में इसके बाद से सियासत तेज हो गई है भाजपा की तरफ से लगातार मांग उठाई जा रही है कि नवरात्रि और रामनवमी के मौके पर यही सुविधा हिंदूओं को भी मिलनी चाहिए. इसको लेकर हंगामा जारी है और नीतीश सरकार के खिलाफ भाजपा ने मोर्चा खोल दिया है. 


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वहीं बिहार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने नालंदा में एक ऐसा बयान दे दिया जिससे सियासत का तापमान और बढ़ गया है. दरअसल बिहारशरीफ में जेडीयू की तरफ से आयोजित एक भीम चौपाल में भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी जो बयान दिया उससे बवाल खड़ा हो गया है. उनसे रमजान के मौके पर नीतीश सरकार के द्वारा मुस्लिम कर्मचारियों और अधिकारियों को दी गई छूट पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने जवाब में कहा कि विवादित भारत में कोई भी मुसलमान लंदन और अमेरिका से नहीं आया है. ये सब के सब दलित हैं जो पहले की ब्राह्मणवादी व्यवस्था की वजह से परेशान होकर या तो बुद्ध की शरण में चले गए या फिर मुसलमान बन गए, भारत में तो 90 प्रतिशत मुसलमान कन्वर्टेड हैं. अशोक चौधरी के इस विवादित बयान के बाद से ही हंगामा बढ़ गया है. 


इतना ही नहीं अशोक चौधरी ने आगे ये भी कहा कि पहले मुसलमानों और बुद्ध धर्म के मानने वालों में कोई छुआछूत जैसी चीज नहीं थी ऐसे में परेशान होकर दलितों ने इन धर्मों को स्वीकार कर लिया. बता दें कि वह भाजपा पर हिंदू मुस्लिम करने और इसे हवा देने का भी आरोप लगाते नजर आए. उन्होंने आगे कहा कि बिहार में जो मुस्लिम हैं उनको सुरक्षित रखना उनकी सरकार का फर्ज है. भाजपा तो यूं ही कहती रहती है कि मुस्लिमन के लिए ये किया और हिंदू के लिए ये नहीं किया. 


अशोक चौधरी के इस बयान पर भाजपा नेता सम्राट चौधरी ने भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जो यह कह रहे हैं कि भारत में 90 प्रतिशत मुसलमान कन्वर्टेड हैं उनको पता होना चाहिए कि देश के 99.99 प्रतिशत मुस्लिम कन्वर्टेड हैं जो पहले सनातन धर्म को मानने वाले रहे हैं. ऐसे में हम सबसे आग्रह कर रहे हैं कि सभी को फिर से घर वापसी कराने में सभी सहयोग करे. इसके लिए एक कार्यक्रम चलाएं जो अपने-आप में अनोखा कार्यक्रम होगा.   


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