Bihar Politics: दशहरा से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव के बीच मुलाकात में एक खबर आई थी, जिसमें कहा गया था कि लोकसभा चुनाव के लिए बिहार में सीट शेयरिंग पर चर्चा हुई और तय किया गया कि 15-15 सीटों पर जेडीयू और राजद चुनाव लड़ेंगे और बाकी 10 सीटें सहयोगी दलों को देंगे. सहयोगी दलों में कांग्रेस को सबसे ज्यादा यानी 6 सीटें देने की बात सामने आई थी. अब सूत्रों के अनुसार जो खबर आ रही है कि राजद और जेडीयू 15-15 नहीं, बल्कि 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ने वाले हैं और केवल 6 सीटें सहयोगी दलों को देंगे. सहयोगी दलों में कांग्रेस और वामदल भी शामिल हैं. अब देखना यह है कांग्रेस को यह प्रस्ताव रास आता है या नहीं. 


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सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कांग्रेस को यह साफ बोल दिया है कि सहयोगी दलों को केवल 6 सीटें ही दी जा सकती हैं. इसके अलावा उन्होंने राजद और जेडीयू के बारे में भी बता दिया है कि दोनों दल 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. राजद के प्रस्ताव के अनुसार, सहयोगी दलों को दी जाने वाली 6 सीटों में कांग्रेस के लिए 4 और वाम दल के लिए 2 सीटें होंगी. इससे पहले 2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो कांग्रेस 9 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और एक सीट हासिल की थी. यह बात अलग है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में जेडीयू महागठबंधन का हिस्सा नहीं थी. 


राजद की ओर से सीट शेयरिंग को लेकर कहा गया है कि बिहार में राजद और जेडीयू, पश्चिम बंगाल में टीएमसी ड्राइविंग सीट संभालेंगे. कांग्रेस यह बात अच्छी तरह से जानती है. जिसको जितनी सीटें दी जाएगी, वह दी उतने पर ही चुनाव लड़ पाएगा. 


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हालांकि कांग्रेस को यह प्रस्ताव मंजूर होगा, इसमें संदेह है. 2019 में 9 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस कैसे महज 4 सीटों पर ही चुनाव लड़ेगी. अगर कांग्रेस को यह प्रस्ताव मंजूर नहीं हुआ तो इसमें पेंच फंस सकता है.