Minister Sanjay Jha On Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम हुए दर्दनाक ट्रेन हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 261 हो गई है, वहीं 1000 से अधिक यात्री घायल हुए हैं. जानकारी के मुताबिक, यहां शुक्रवार शाम सबसे पहले कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन वहां पहले से खड़ी एक मालगाड़ी से टकरा गई. वहीं इसके बाद पीछे से आ रही बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन ने उसे टक्कर मार दी. इस हादसे को सदी का सबसे भीषण ट्रेन हादसा बताया जा रहा है, जिसकी जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है.


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अब इस हादसे पर राजनीति भी शुरू हो चुकी है. राजद और जदयू ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का इस्तीफा मांगा है. इस बीच बिहार के जल संसाधन और सूचना मंत्री संजय झा ने एक अगस्त 1999 के गैसल ट्रेन हादसे को लेकर नीतीश कुमार का वीडियो शेयर किया है. उस वक्त नीतीश कुमार रेल मंत्री हुआ करते थे और उन्होंने गैसल ट्रेन हादसे की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. 


संजय झा ने अपने ट्वीट में क्या लिखा?


संजय झा ने वीडियो शेयर करते हुए अपने ट्वीट में लिखा कि बालासोर (ओडिशा) में हुए भयावह ट्रेन हादसे से मन व्यथित है. यह दुर्घटना रेलवे की ढांचागत खामियों और यात्रियों की सुरक्षा में चूक को भी उजागर करती है. जब अगस्त 1999 में गैसल ट्रेन हादसे की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए तत्कालीन रेल मंत्री नीतीश कुमार ने मंत्री पद से इस्तीफा दिया था, तब उन्होंने क्या कहा था, सुनिए.


 



गैसल ट्रेन हादसे की यादें ताजा


बता दें कि 2 अगस्त 1999 को गैसल रेलवे स्टेशन पर खड़ी अवध असम एक्सप्रेस से ब्रह्मपुत्र मेल टकरा गई थी. इस हादसे में 285 से अधिक लोग मारे गए थे और 300 से अधिक घायल हो गए थे. पीड़ितों में से कई सेना, बीएसएफ और सीआरपीएफ के जवान भी शामिल थे. ये हादसा उत्तर सीमांत रेलवे के कटिहार डिवीजन के गैसल स्टेशन पर हुआ था. 


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देश का सबसे भीषण ट्रेन हादसा


देश का सबसे भीषण ट्रेन हादसा 6 जून 1981 को हुआ था. तब बिहार में बागमती पुल को पार करते हुए गाड़ी संख्या 416 डाउन पैसेंजर ट्रेन नदी में जा गिरी थी. इस ट्रेन हादसे में 750 लोगों की मौत हुई थी. यह भी दावा किया जाता है कि कई लोगों के शव तो बरामद ही नहीं हुए थे. इस भीषण ट्रेन हादसे को सबसे भीषण ट्रेन दुर्घटना कहा जाता है.