Patna: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनसंख्या को नियंत्रित करने में महिला शिक्षा के महत्व से जुड़ी अपनी टिप्पणी के लिए बुधवार को विधानमंडल के दोनों सदनों के साथ-साथ इसके बाहर भी माफी मांगी.  इसी बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने उनकी आलोचना की. 


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ओवैसी ने नीतीश की आलोचना करते हुए कहा कि अपनी टिप्पणी के माध्यम से नीतीश कुमार ने देश और बिहार की महिलाओं को गलत संदेश भेजा है. हालांकि मुख्यमंत्री की पार्टी के नेता केसी त्यागी ने कहा,'लोकतंत्र में संसदीय परंपराएं इस बात की गवाह हैं कि किसी नेता के द्वारा दिए गए बयान को अगर वह नेता वापस ले लेता है या खेद व्यक्त करता है, तो यह प्रकरण समाप्त हो जाता है. नीतीश कुमार के माफी मांगने और उसे वापस लेने के बाद यह प्रसंग समाप्त हो गया पर जो उसे जिंदा रखना चाहते हैं, वे राजनीति कर रहे हैं.' 


CM नीतीश ने मांग ली है माफ़ी


गौरतलब है कि CM नीतीश कुमार ने अपने इस बयान पर माफ़ी मांग ली है. उन्होंने सदन में कहा, 'मैंने बाहर पत्रकारों से कहा कि अगर मेरे शब्द आपत्तिजनक लगे तो मैं माफी मांगने के लिए तैयार हूं. अगर मेरी किसी बात को लेकर तकलीफ हुई है तो मैं अपनी बात को वापस लेता हूं. भले ही मेरा आशय किसी का अपमान करने का नहीं था, लेकिन मैं खुद अपनी निंदा करता हूं.


इस बीच राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने विधानसभा अध्यक्ष को एक पत्र लिखकर 'अपमानजनक और घटिया भाषा' का इस्तेमाल करने के लिए मुख्यमंत्री के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने एक्स पर अपने पोस्ट में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा से नीतीश कुमार की निंदा करने का आग्रह किया. 


(इनपुट भाषा के साथ)