पटना: एक दिन पहले सोमवार को बिहार की नीतीश सरकार ने शिक्षक नियमावली 2024 को मंजूरी दी थी और अब उसी को लेकर विपक्ष यानी भारतीय जनता पार्टी ने सरकार पर निशाना साधा है. बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी का कहना है कि एक बार फिर शिक्षक अभ्यर्थियों को ठगने का काम किया जा रहा है. सुशील कुमार मोदी का कहना है कि सरकार ने जो नई नियमावली बनाई है उसके मुताबिक टीईटी और एसटीईटी पास कर चुके अभ्यर्थियों को एक और एग्जाम से गुजरना होगा. उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मी बनने के लिए फिर से परीक्षा देनी होगी.


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शिक्षकों के साथ मजाक मत कीजिए- सुशील मोदी 


नई नियमावली के अनुसार, अब हर स्कूल में पुराने वेतनमान, नियोजित शिक्षक और नई नियमावली के तहत बहाल सरकारी शिक्षक यानी कुल 3 तरह के शिक्षक होंगे. सुशील कुमार मोदी ने कहा कि इतना भद्दा मजाक शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ प्लीज मत कीजिए. दरअसल, बिहार सरकार ने सोमवार को नई शिक्षक नियुक्ति नियमावली को मंजूरी दी है. नई नियमावली के अनुसार, राज्य में प्राथमिक से लेकर हायर सेकेंडरी तक के स्कूलों में अब शिक्षकों को विद्यालय शिक्षक कहा जाएगा. 


लिखित परीक्षा के जरिए होगी शिक्षकों की भर्ती


नियमावली को मंजूरी देते हुए सरकार की ओर से कहा गया है कि इस पद पर सीधी भर्ती लिखित परीक्षा के जरिए होगी और परीक्षा का आयोजन राज्य सरकार की ओर से अधिकृत आयोग करेगा. इसका मतलब यह हुआ कि अब बिहार में शिक्षकों की भर्ती संविदा पर नहीं होगी बल्कि राज्य सरकार के स्थायी कर्मचारी के रूप में की जाएगी. नियम यह भी बनाया गया है कि कोई भी अभ्यर्थी इस पद के लिए अधिकतम 3 बार ही परीक्षा दे पाएंगे.


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