No-Confidence Motion: विपक्ष ने मानी पीएम मोदी की बात, राहुल गांधी से कहा था- 2023 में फिर अविश्वास प्रस्ताव लाना
7 फरवरी 2019 को पीएम मोदी ने राहुल गांधी से कहा था कि आप इतनी तैयारी करो, इतनी तैयारी करो कि 2023 में फिर से आपको अविश्वास प्रस्ताव लाने का मौका मिले.
No-Confidence Motion: कांग्रेस की अगुवाई में विपक्ष आज यानी बुधवार (26 जुलाई) को मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया है. ऐसे में पीएम मोदी का एक पुराना वीडियो ट्विटर पर खूब वायरल हो रहा है. ये वीडियो 7 फरवरी 2019 का है. इस वीडियो में पीएम मोदी खुद कह रहे हैं कि 2023 में फिर से अविश्वास प्रस्ताव लेकर आना. पीएम मोदी ने ये बात कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष और लोकसभा सांसद राहुल गांधी से कही थी. तकरीबन साढ़े 4 साल बाद कांग्रेस ने पीएम मोदी की आज्ञा का पालन किया है. उस वक्त पीएम मोदी ने राहुल गांधी से कहा था कि आप इतनी तैयारी करो, इतनी तैयारी करो कि 2023 में फिर से आपको अविश्वास प्रस्ताव लाने का मौका मिले.
पीएम मोदी की इस बात से एनडीए के साथी मुस्कुराने लगे थे. पीएम के बदल में बैठे राजनाथ सिंह भी अपनी हंस नहीं रोक पाए थे. हालांकि, पीएम मोदी की इस बात से मल्लिकार्जुन खड़गे नाराज हो गए थे. खड़ने ने कहा था- 'यही अहंकार की बात है...' तब पीएम मोदी ने आक्रामक लहजे में कहा था- 'ये समर्पण भाव है, ये समर्पण भाव है... अहंकार का परिणाम है कि आप 400 से 40 हो गए और सेवा भाव का परिणाम है कि हम 2 से यहां आकर बैठ गए. आप कहां से कहां पहुंच गए? अरे, मिलावटी दुनिया में जीना पड़ रहा है...'
दरअसल, आज की तरह 2018 के मानसून सत्र में भी विपक्ष की ओर से मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. अंतर सिर्फ इतना है कि उस वक्त एनडीए से अलग होने के बाद टीडीपी की ओर से अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था, जिसका कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दलों ने समर्थन किया था. जबकि आज कांग्रेस की ओर से अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है, जिसका विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. में शामिल दल समर्थन कर रहे हैं. इसी अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी का पीएम मोदी के गले लगना चर्चा का विषय बन गया था.
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल ने जबरदस्त भाषण दिया और अंत में जाकर पीएम मोदी के गले लग गए. हालांकि, इस दौरान उन्होंने अपने कांग्रेसी साथियों को आंख मार दी. जिससे ये लगा कि ये सब पहले से स्क्रिप्टेड था. राहुल के गले लगने को पीएम मोदी ने गले पड़ना करार दिया. राहुल का जबरदस्त भाषण साइडलाइन हो गया था और सिर्फ आंख मारना चर्चा का विषय बन गया था.
ये भी पढ़ें- Bihar: महागठबंधन सरकार में तनातनी! CM नीतीश ने पलटा तेजस्वी के करीबी मंत्री का आदेश
बता दें कि उस वक्त मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में सिर्फ 126 वोट पड़े थे जबकि खिलाफ में 325 सांसदों ने वोट किया था. बीजेपी के पास पूर्ण बहुमत होने के कारण मोदी सरकार पर जरा सी भी आंच नहीं आई थी और आज भी बीजेपी के पास पूर्ण बहुमत है. बीजेपी को 2019 लोकसभा चुनाव में कुल 301 सीटें मिली थीं. वहीं उसके सहयोगी दलों को मिलाकर एनडीए की संख्या 333 है. वहीं विपक्ष गठबंधन I.N.D.I.A. में शामिल दलों के पास लगभग 150 सांसद हैं. जबकि वाईएसआर कांग्रेस, बीजेडी, भारत राष्ट्र समिति जैसे कई अन्य दलों का आंकड़ा 60 से अधिक सदस्य है और वे इन दोनों खेमों से बाहर हैं. संख्याबल के हिसाब से विपक्ष की हार तय है.